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एटीएम ग्राहकों की जेब पर पड़ रहा डाका !
बैंक ग्राहकों को एटीएम की सेवा देने का दावा करनेवाला प्रबंधन सुविधा के नाम पर ही जेब में डाका तो नहीं डाल रहा है. 24 घंटे एटीएम खुले रखने के निर्देश के विपरीत जिले की अधिकतर एटीएम समय से नहीं खुलती हैं. उधर, ऑपरेटिंग चार्ज व एसएमएस के मद में जिले के ग्राहकों से प्रतिवर्ष […]
बैंक ग्राहकों को एटीएम की सेवा देने का दावा करनेवाला प्रबंधन सुविधा के नाम पर ही जेब में डाका तो नहीं डाल रहा है. 24 घंटे एटीएम खुले रखने के निर्देश के विपरीत जिले की अधिकतर एटीएम समय से नहीं खुलती हैं. उधर, ऑपरेटिंग चार्ज व एसएमएस के मद में जिले के ग्राहकों से प्रतिवर्ष लाखों की रकम बैंक प्रबंधन को प्राप्त हो रही है.
सीवान : जिले में बैंकों का तेजी से विस्तार हुआ है.राष्टीयकृत व गैर राष्टीयकृत 28 बैंकों की 203 शाखाएं जिले में हैं, जिसमें से एक दर्जन अंतिम वर्ष में खुले हैं. इनके आठ लाख 12 हजार से अधिक ग्राहक हैं. तकरीबन सभी ग्राहकों को एटीएम कार्ड जारी किया गया है, जिससे धन की निकासी समेत अन्य कार्यों में मदद मिलती है.
बदहाल हैं अधिकतर एटीएम : जिले में विभिन्न बैकों के तकरीबन 135 एटीएम मौजूद हैं, जिसमें अकेले जिला मुख्यालय पर इसकी संख्या 40 से अधिक है. खास बात है कि इन एटीएम को 24 घंटे खुले रहने का आदेश है. इसके विपरीत मौके की स्थिति यही है कि अधिकतर एटीएम 24 घंटे नहीं खुली रहती हैं.अधिकतर एटीएम में रुपये न होने या तकनीकी खराबी के कारण बंद होने की शिकायत हमेशा बनी रहती है.अवकाश के दिनों में एटीएम के बंद होने से सबसे अधिक मुसीबत ग्राहक झेलते हैं. बिजली के अभाव में भी कई एटीएम बंद रहती हैं. इसकी शिकायतें सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र में देखने को मिलती है.
अधिकतर ग्राहक शुल्क कटौती से हैं अनभिज्ञ : बेहतर एटीएम सेवा के नाम पर बैंक ग्राहकों से रकम भी वसूलता है. राष्टीयकृत बैंक के ग्राहक अपने बैंक को छोड़ अगर गैर बैंक से निकासी करता है, तो पांच बार तक कोई शुल्क देय नहीं होता है. इसके बाद प्रति निकासी बीस रुपये देने होते हैं. प्राइवेट बैंक भी अपने एटीएम ग्राहक को असीमित बिना शुल्क निकासी की सुविधा देता है.
गैर एटीएम से निकालने पर 20 रुपये से लेकर एक सौ रुपये तक अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है. मिस्ड कॉल कर बायलेंस की स्थिति प्राप्त करने पर प्रति एसएमएस 50 पैसे देय होते हैं. ऐसे में यह धनराशि जिले के समस्त ग्राहकों से वर्ष में लाखों रुपये तक हो जाती है. इसके बाद भी समय से एटीएम का न खुलना ग्राहकों के लिए परेशानियों से भरा सबब रहता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
बैंकों की एटीएम को खुले रखने का आदेश है. तकनीकी खराबी के कारण बंद होने की शिकायतों को संबंधित बैंक जल्द-से-जल्द निबटारा करने की कोशिश करते हैं. इसके बाद भी प्रबंधन एटीएम सहित अन्य बेहतर सुविधा ग्राहकों को देने के लिए प्रयासरत है.
रंजीत सिंह, प्रबंधक,अग्रणी बैंक, सीवान
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