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तेजाब हत्याकांड : विशेष अदालत का फैसला, शहाबुद्दीन दोषी करार
कोर्ट ने माना, जेल से बाहर आकर पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन ने रची थी साजिश सीवान : बहुचर्चित तेजाब हत्याकांड मामले में बुधवार को विशेष अदालत ने पूर्व राजद सांसद मो शहाबुद्दीन समेत तीन को दोषी करार दिया. सजा के बिंदु पर 11 दिसंबर को बहस होगी और उसी दिन सजा सुना दिये जाने की […]
कोर्ट ने माना, जेल से बाहर आकर पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन ने रची थी साजिश
सीवान : बहुचर्चित तेजाब हत्याकांड मामले में बुधवार को विशेष अदालत ने पूर्व राजद सांसद मो शहाबुद्दीन समेत तीन को दोषी करार दिया. सजा के बिंदु पर 11 दिसंबर को बहस होगी और उसी दिन सजा सुना दिये जाने की उम्मीद है. कोर्ट का मानना है कि शहाबुद्दीन ने जेल से बाहर आकर इस हत्याकांड की साजिश रची थी.
11 वर्ष पूर्व शहर के प्रमुख व्यवसायी चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू के दो बेटों का अपहरण कर लिया गया था और दो लाख की फिरौती नहीं मिलने पर अपहर्ताओं ने उनकी हत्या कर दी थी.
इस मामले में मंडलकारा में गठित विशेष अदालत सह चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव ने पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन, राजकुमार साह, असलम अली व आरिफ को दोषी करार दिया. साथ ही राजकुमार साह, शेख असलम व मुन्ना मियां उर्फ सोनू उर्फ आरिफ हुसैन का बंध पत्र रद्द करते हुए जेल भेज दिया. विशेष लोक अभियोजक जयप्रकाश सिंह व सहायक अभियोजक रघुवर सिंह ने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि 11 दिसंबर को न्यायालय दोषियों के खिलाफ सजा सुनायेगा.
दिनदहाड़े दो भाइयों का अपहरण कर कर दी गयी थी हत्या
तेजाब हत्याकांड को 16 अगस्त, 2004 को अपराधियों ने अंजाम दिया था. बताया जाता है कि नगर थाने के यादव मार्केट निवासी व्यवसायी चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू के दो बेटों गिरीश कुमार उर्फ निक्कु (24 वर्ष) और सतीश कुमार उर्फ सोनू (18 वर्ष) का उनकी अलग-अलग दुकानों से दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया था और हुसैनगंज थाने के प्रतापपुर में मो शहाबुद्दीन व उनके साथियों ने तेजाब से नहला कर दोनों भाइयों की हत्या कर शवों को गायब कर दिया था.इस मामले में मृतकों की मां कलावती देवी के बयान पर भादवि की धारा 341, 323, 380, 435, 364/34 के अंतर्गत मुफस्सिल थाने में कांड संख्या 131/2004 में अभियोग पंजीकृत हुआ. इसमें राजकुमार साह, शेख असलम, मोनू मियां उर्फ सोनू उर्फ आरिफ हुसैन नामजद थे. मुकदमे के अनुसंधान के दौरान सीवान के तत्कालीन राजद सांसद मो शहाबुद्दीन पर घटना का षड्यंत्र रचने का मामला सामने आया. इस मुकदमे में विशेष कोर्ट ने चार जून, 2010 को भादवि की धारा 120 (बी), 364 (ए) में षड्यंत्र व अपहरण का आरोप गठित किया.
बाद में हाइकोर्ट के आदेश पर कोर्ट ने एक मई, 2014 को भादवि की धारा 302, 201, 120 बी के अंतर्गत आरोप गठित किया, जिसके बाद पुन: गवाही हुई. न्यायिक प्रक्रिया के दौरान ही मृतकों के भाई व घटना के चश्मदीद गवाह राजीव रोशन की हत्या 16 जून, 2014 को हो गयी. इस मामले में भी शहाबुद्दीन व उनके बेटे ओसामा को आरोपित बनाया गया है. ओसामा अभी फरार है.
स्पीडी ट्रायल के तहत मंडलकारा में ही सुनवाई
हाइकोर्ट के आदेश पर मुकदमे का जल्द निस्तारण के लिए मंडलकारा, सीवान में ही विशेष अदालत का गठन कर सुनवाई शुरू हुई, जिसमें आरोपपत्र अनुसंधानकर्ता द्वारा दाखिल किये जाने के बाद आरोप गठन और इसके बाद गवाही व सुनवाई के बाद एक सप्ताह पूर्व कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखते हुए नौ दिसंबर दिन बुधवार को निर्णय सुनाने का आदेश दिया था.
इन मामलों में शहाबुद्दीन को हो चुकी है सजा
– छोटेलाल अपहरण कांड में उम्रकैद
– आर्म्स एक्ट के मामले में 10 वर्षों की सजा.
– एसपी सिंघल पर जानलेवा हमले के मामले में 10 वर्षों की सजा.
– चोरी की मोटरसाइकिल बरामदगी में तीन वर्षों की सजा.
– भाकपा कार्यालय पर गोली चलाने के आरोप में दो साल की सजा.
– राजनारायण प्रकरण में दो वर्षों की सजा.
– इन मामलों में हो चुके हैं बरी
– डीएवी कॉलेज में परीक्षा के दौरान बमबारी
– तेजाब हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट से जमानत खारिज हो चुकी है.
– दारोगा संदेश बैठा से मारपीट का मामला
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