Advertisement
ए भाई, टक्कर बड़ा जबरदस्त बा
नपुर जंकशन पर सोमवार की सुबह 10.10 बजे 15027 अप मौर्य एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर तीन पर आकर रुकती है. यात्रियों की भीड़ ट्रेन की तरफ दौड़ती है. पिछली बोगी से गार्ड का बक्सा उतर रहा है,गार्ड बदल गये हैं. इसके बाद ट्रेन रफ्तार पकड़ने लगती है. इसी दौरान बॉगी में बैठे यात्री चुनाव पर बातचीत […]
नपुर जंकशन पर सोमवार की सुबह 10.10 बजे 15027 अप मौर्य एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर तीन पर आकर रुकती है. यात्रियों की भीड़ ट्रेन की तरफ दौड़ती है. पिछली बोगी से गार्ड का बक्सा उतर रहा है,गार्ड बदल गये हैं.
इसके बाद ट्रेन रफ्तार पकड़ने लगती है. इसी दौरान बॉगी में बैठे यात्री चुनाव पर बातचीत शुरू कर देते हैं. सबलपुर के महादेव राय जेनरल टिकट लेकर ट्रेन में चढ़ने के बाद टीटीई से उलझ जाते हैं. इसी कारण कुछ समय तक चर्चा पर विराम लग जाता है. फिर ट्रेन जैसे ही परमानंदपुर से गुजरती है, समस्तीपुर के प्रो. रमेश कुमार से सवाल हमने सवाल किया, छपरा जिला में किसका पाला मजबूत है? कुमार कहते हैं, महागठबंधन व एनडीए दोनों में कांटें की टक्कर मानिए. हराजी निवासी संतोष कुमार बोल उठते हैं, सोनपुर में लड़ाई अभी तक सीधी नहीं है. कई निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं. सभी नेताओं के पसीने छूट रहे हैं. कोय दावा नहीं कर सकता कि वह जितबे करेगा. चुनावी चर्चा चल रही है. ट्रेन दिघवारा स्टेशन पर आकर रुकती है.
चर्चा भी थम जाती है. यहां भी लोग ट्रेन पर सवार होते हैं. ट्रेन चलती है, तो चुनावी चर्चा फिर हो जाती है. हराजी के संतोष कुमार कहते हैं कि विकास इस बार का चुनावी मुद्दा है भाई. लाख अनाप-शनाप बोल लें नेता लोग. जनता अपने हिसाब से वोट देगी. इसके पक्ष में उनकी दलीलें भी हैं. कहते हैं, हमारे गांव में बिजली की पूरी सप्लाई है. लोग रात- बिरात आते-जाते हैं. कहीं टेंशन का कोय बात नहीं है. इहे चीज सब जगह चाहिए. और का.
धनबाद से सीवान के मैरवा जा रही सरोज देवी भी चर्चा में शामिल हो जाती हैं. कहती है जीत-हार जिसकी भी हो, इस बार का चुनाव कुछ समझ में नहीं आ रहा है, भैया. कभी नीतीश पर मोदी भारी पर रहे हैं, तो कभी प्रधानमंत्री से अच्छा नीतीश का काम लग रहा है. अब ई समझना मुश्किल है कि कौन किधर वोट करेगा? जो कहिए, ई इलेक्शन में मजा आ रहा है.
छपरा तक यात्रा करने वाले मुहम्मदपुर गड़खा निवासी मो. असलम भी चर्चा में कूद पड़ते हैं. उनकी विधानसभा सीट सुरक्षित है. हर कोई जीत का दावा कर रहा है, मगर वोटर कुछ बोलने की बजाय सुन ज्यादा रहे हैं.
इसी बीच 11.30 बजे ट्रेन छपरा कचहरी पर रुकती है. प्लेटफार्म पर यात्राियों की भीड़ दिखती है. फिर ट्रेन सरकना शुरू कर देती है और सीट पाने की उम्मीद के साथ एक महिला अपनी बेटी के साथ आती है, तो बगल के यात्री उठकर दोनों को बैठने की जगह देते हैं. तब तक ट्रेन छपरा जंकशन पहुंच जाती है. छपरा से ट्रेन खुलने के बाद महिला अपने को शिक्षिका बताते हुए कहती है, छपरा सीट पर भी मुकाबला कम कड़ा नहीं है.
बात ही बात में ट्रेन कब एकमा पहुंच गयी, पता ही नहीं चला. चुनावी चर्चा में रसूलपुर के मुंद्रिका यादव बोल पड़ते है. ए भाई, कुछों नइखे बुझात कि के जीती, मगर टक्कर कस के बा. ट्रेन जैसे ही सीवान स्टेशन के पास पहुंचती है, कई यात्री यह कहते हुए चल पड़ते है कि अब समय बतायेगा बोलने से कुछ नहीं होगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement