रेल पुलिस ने किशोरी को लावारिस रूप से घूमते हुए 25 सितंबर को बरामद किया था. उसे रेल पुलिस ने महिला अल्पावास गृह को सौंप दिया.
बरामद किशोरी बबीता (काल्पनिक नाम 13 वर्ष) ने अपने भाई के साथ गोरखपुर आने और वहां से भूल इस गांव जाने के क्रम में सीवान आ जाने की बात कही थी.
उससे प्राप्त सूचना पर अल्पावास गृह काउंसेलर प्रिया भारद्वाज ने यूपी के बड़हज थाने को सूचित किया, जहां से मिली सूचना के आधार पर लखनऊ पुलिस को सूचित किया गया.
लखनऊ के कंचनपुर मटिहानी निवासी किशोरी के पिता सीवान पहुंचे और अपनी बच्ची को ले गये. पूछताछ के क्रम में मामला प्रेम प्रसंग का निकला.
बबीता के पिता ने 23 सितंबर को लखनऊ से चिन्हट थाने में अपनी बेटी के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमें एक कोचिंग क्लास की शिक्षिका की मिली भगत से शादी की नीयत से उसके अपहरण की बात कही गयी थी.