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अलाउद्दीन की पिस्टल से हुई थी हत्या
कुख्यात हरीश को भी यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार भाजपा नेता श्रीकांत भारतीय की हत्या सीवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुआरी निवासी अलाउद्दीन की लाइसेंसी पिस्टल से ही हुई थी. सुपारी किलर मोनू उर्फ चवन्नी को यह पिस्टल राजद नेता उपेंद्र सिंह ने उपलब्ध करायी थी. इसका खुलासा यूपी एसटीएफ व सीवान एसआइटी के […]
कुख्यात हरीश को भी यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
भाजपा नेता श्रीकांत भारतीय की हत्या सीवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुआरी निवासी अलाउद्दीन की लाइसेंसी पिस्टल से ही हुई थी. सुपारी किलर मोनू उर्फ चवन्नी को यह पिस्टल राजद नेता उपेंद्र सिंह ने उपलब्ध करायी थी.
इसका खुलासा यूपी एसटीएफ व सीवान एसआइटी के हत्थे चढ़ने के बाद मोनू ने अपने बयान में किया. उससे मिले सुराग पर यूपी एसटीएफ ने चंद घंटों के अंदर ही कुख्यात हरीश पासवान को भी पांच किलो गांजे के साथ धर दबोचा. इन दोनों की गिरफ्तारी से कई खुलासे हुए है. पुलिस को श्रीकांत हत्याकांड एवं अन्य मामलों में अहम जानकारियां मिली हैं. यूपी एसटीएफ व एसआइटी सीवान उसे रिमांड पर लेने की तैयारी में हैं.
सीवान : भाजपा सांसद ओम प्रकाश यादव के प्रेस प्रवक्ता श्रीकांत भारतीय की हत्या के मुख्य अभियुक्त सुमित कुमार सिंह उर्फ मोनू उर्फ चवन्नी की गिरफ्तारी के बाद इस मामले के सभी आरोपित जेल में है.
चवन्नी को उसके एक अन्य साथी के साथ रविवार की रात यूपी एसटीएफ व एसआइटी सीवान ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था. उसके पास से एक कारबाइन, 32 बोर की पिस्टल एवं अन्य हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था. लखनऊ महानगर थाने में कांड संख्या 205/15 थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय नाथ तिवारी के बयान पर दर्ज किया गया है.मामला दर्ज कर इन दोनों को जेल भेज दिया गया.
उपेंद्र ने चवन्नी को मुहैया करायी थी पिस्टल : चवन्नी की गिरफ्तारी के समय उसके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद की गयी थी. जब यूपी पुलिस ने इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्टरी से इसकी तहकीकात की, तो यह सीवान के महुआरी निवासी अलाउद्दीन की लाइसेंसी पिस्टल निकली. एसटीएफ को दिये बयान में चवन्नी ने बताया कि अपने दो साथियों के साथ मिल कर इसी पिस्टल से भाजपा नेता श्रीकांत की हत्या को अंजाम दिया था, जिसे मामले के आरोपित उपेंद्र सिंह ने मुहैया कराया था.
डेढ़ वर्ष से सीवान में सक्रिय था चवन्नी: कुख्यात चवन्नी करीब डेढ़ वर्ष से सीवान व गोपालगंज जिले में सक्रिय था. इसका खुलासा उसने यूपी पुलिस को दिये बयान में किया है. यूपी एसटीएफ के डीएसपी विकास चंद्र तिवारी ने बताया कि पूछताछ में चवन्नी ने स्वीकार किया कि उसने गोपालगंज के भाजपा नेता कृष्णा शाही से 10 लाख की रंगदारी मांगी थी, जिसका मामला मीरगंज थाने में दर्ज है.
वहीं मैरवा के ठेकेदार वीरेंद्र सिंह से भी 10 लाख रंगदारी का मामला दर्ज. साथ ही महाराजगंज में भी चवन्नी पर रंगदारी का मामला दर्ज है. वहीं शहर के भी कई लोगों से रंगदारी मांगी थी. 14 अगस्त को यूपी के बलिया जिले के उभाव में बाप-बेटे परशुराम तिवारी व निकेश तिवारी की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इसके बाद चवन्नी व उसके साथी भाग कर सीवान पहुंचे थे.
वहीं इस हत्याकांड के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले आनंद तिवारी, गवाह शुभम तिवारी व पैरोकार विजय शंकर तिवारी की हत्या की योजना भी हरीश पासवान व चवन्नी ने मिल कर बनायी थी. हालांकि इसके पूर्व ही हत्याकांड को अंजाम देने के लिए भेजे गये चार बदमाशों को बलिया पुलिस ने हथियारों के साथ दबोच लिया था. इसमें तीन अपराधी यूपी के और एक सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के पड़रौना गांव का था. इससे भी चवन्नी के सीवान में सक्रियता का पता चलता है.
वहीं यूपी एसटीएफ के डीएसपी ने बताया कि उसने हसनपुरा के डिबी में हुए प्रभुनाथ हत्याकांड में भी कुख्यात चंदन सिंह को हथियार भी मोनू उर्फ चवन्नी ने ही उपलब्ध कराया था. साथ ही उसके नगर के जावेद मियां से भी संबंध की बात सामने आयी है. चवन्नी ने उभाव में दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद उनकी पिस्टल भी लूट ली थी. उसे उपेंद्र को देने की बात चवन्नी ने बतायी है. साथ ही उसे कारबाइन उपेंद्र के सहयोग से ही मुहैया कराने की बात चवन्नी ने अपने बयान में स्वीकार की है.
अभिलेख के अभाव में पुलिस उपेंद्र का नहीं ले सकी रिमांड
भाजपा नेता श्रीकांत हत्याकांड से जुड़े अभियुक्त उपेंद्र सिंह को नगर थाना के द्वारा रिमांड पर लेने के लिए दिये गये रिमांड का आवेदन कोर्ट ने मूल अभिलेखों के अभाव में लंबित रखा है.
पूर्व में नगर थाना ने रिमांड के लिए सीजेएम कोर्ट में आवेदन दिया था.कोर्ट ने आवेदन को स्वीकृत करते हुए दो दिनों के रिमांड पर उपेंद्र को देने का आदेश दिया.लेकिन उस दौरान अभियुक्त उपेंद्र सिंह का जेल प्रशासन के मुताबिक पैर टूटने के कारण इसका अनुपालन नहीं कराया जा सका.इसके बाद एक बार फिर उपेंद्र के स्वस्थ होने की सूचना पर नगर थाना ने रिमांड के लिए आवेदन दिया है.
इस मामले में कोर्ट में उपेंद्र से संबंधित मूल अभिलेख किसी अन्य मामले में जिला जज के यहां होने के चलते प्रस्तुत नहीं किये जा सके. ऐसे में एसीजेएम आलोक कुमार सिंह ने कहा कि मूल अभिलेख के आने पर ही आवेदन पर विचार किया जायेगा.ऐसे में फिलहाल निर्देश को लंबित रखा गया है.
क्या कहते हैं एएसपी
श्रीकांत हत्याकांड में सभी आरोपितों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है. इस मामले में सामने आये सभी बिंदुओं पर पुलिस गहनता से जांच में जुटी है. चवन्नी को रिमांड पर लेने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है. इलाजरत उपेंद्र को भी रिमांड पर लिया जायेगा.
अशोक कुमार सिंह
अपर पुलिस अधीक्षक, सीवान
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