हुसैनगंज/आंदर: थाना क्षेत्र के बघौनी में सीवान-आंदर मुख्य मार्ग पर रविवार की रात्रि कादिर मियां के घर के कुछ ही दूरी पर सुनसान व अंधेरे का लाभ उठा कर अपराधियों ने मोटरसाइकिल सवार को पीछा कर घेर लिया और कनपट्टी में गोली मार दी. गोली लगते ही मोटरसाइकिल सवार की मौके पर ही मौत हो गयी. उसका साथी मुन्ना श्रीवास्तव उर्फ अमित श्रीवास्तव बाइक चला रहा था.
अपराधियों ने श्रीवास्तव को बट और डंडे से मार कर घायल कर दिया. घटना के कुछ ही मिनट के बाद स्थानीय थाना हुसैनगंज के पुलिस फरीदपुर महाबीरी अखाड़ा से लौट रही थी. जीप की लाइट देख अपराधी फरार हो गये. पुलिस लाश तथा घायल को अपने कब्जे में ले लिया. घायल का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हुसैनगंज में कराया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे सीवान सदर अस्पताल में रेफर कर दिया.
मृतक आंदर बाजार वार्ड नंबर 2 का निवासी है. वह ड्राइवर था, दहाबारी के शंभु यादव का पिकअप वैन चलाता था. मुन्ना श्रीवास्तव का घर जमालपुर (आंदर) है. मृतक तीन भाई थे. पिता पहले ही स्वर्गवास हेा चुका है. वह भी ड्राइवर के पेशे से जुड़े थे. बड़ा भाई भीखम साह की मौत बाहर मे काम करने के क्रम मे हो गयी थी. छोटा भाई विनोद साह आंदर-सीवान रोड पर चलने वाली आस्था बस पर कंडक्टर का काम करता है. मृत व्यक्ति की तीन लड़कियां और दो लड़के हैं. पूरे परिवार की जिम्मेदारी उसी पर था. अब इन सभी का बोझ मृतक का छोटा भाई विनोद गोड़ पर आ गया है. मृतक में अंत्येष्टि के लिए मुखिया मीना देवी द्वारा 1500 रुपये दिये गये. वहीं, स्थानीय आंदर के बीडीओ सुनील कुमार ने पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपये उनके परिजनों को दिया.
विधवा बासमती देवी ने कहा कि अमित श्रीवास्तव उर्फ मुन्ना श्रीवास्तव ने उनके (पति) के मोबाइल पर तीन चार बार फोन करके बुलाया. नहीं जाने पर अपनी मोटरसाइकिल लेकर दरवाजे पर आया और बुला कर साथ ले गये. कुछ घंटों के बाद मेरे पति को गोली लगने की सूचना मिली . मैं सुनते ही बेहोश हो गयी. बच्चों के रोने की आवाज सुन कर पड़ोसी उनके घर पर पहंचने लगे. अब इस घटना की सही जानकारी पति का साथी अमित श्रीवास्तव ही बता सकता है कि सच्चई क्या है. पुलिस घटना क ो लेकर अनुसंधान में जुट गयी है.
सूबे में अपराध चरण पर
वहीं सीवान में भाकपा माले के जिला सचिव इन्द्रजित चौरसीया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि नीतीश सरकार में अपराध चरम पर है. अपराधी वेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे है. लेकिन पुलिस प्रशासन मुखदर्शक बना रहता है. विकास के नाम पर राशि की लुट की जा रही है. भ्रष्टाचार चरम पर है. महादलितों के साथ प्रशासन वादाखिलाफी कर रहा है. जिला सचिव ने बताया कि चिलमरवा की जनता अपने संवैधानिक अधिकार को लेकर अवाज उठा रही थी तो उनपर हमला किया गया. उन्होने मांग की है कि उन हमलावरो को यथा शीर्घ गिरफतार किया जाय.