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53 लाख की लागत से अस्पताल में बनेगा नया पोस्टमार्टम हाउस
सीवान : स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के लिए एक नया पोस्टमार्टम हाउस बनाने की स्वीकृति दी है. 53 लाख दो हजार नौ सौ रुपये की लागत से बननेवाले इस पोस्टमार्टम हाउस के लिए अस्पताल प्रशासन ने पुराने पोस्टमार्टम हाउस की जमीन को मुहैया करा दिया है. करीब छह डिसमिल जमीन में बनने वाला नया […]
सीवान : स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के लिए एक नया पोस्टमार्टम हाउस बनाने की स्वीकृति दी है. 53 लाख दो हजार नौ सौ रुपये की लागत से बननेवाले इस पोस्टमार्टम हाउस के लिए अस्पताल प्रशासन ने पुराने पोस्टमार्टम हाउस की जमीन को मुहैया करा दिया है.
करीब छह डिसमिल जमीन में बनने वाला नया पोस्टमार्टम हाउस आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा. इधर, अस्पताल प्रशासन ने सदर अस्पताल परिसर में जिला औषधि भंडार के पश्चिम अस्थायी टीन के कर्कट से घेर कर पोस्टमार्टम हाउस बनाया है. पोस्टमार्टम हाउस का निर्माण बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्क्टचर कॉरपोरेशन द्वारा कराया जा रहा है.
सदर अस्पताल में नहीं है चादर धुलाई कराने का रिकॉर्ड : ‘सदर अस्पताल में भरती मरीजों के बेड पर नहीं बिछती चादर’ खबर छपने के बाद सदर अस्पताल के कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया. बताया जाता है कि मामले को रफा-दफा करने का प्रयास भी शुरू हो गया है. ठेकेदार के कर्मचारी द्वारा प्रतिमाह साढ़े चार से छह हजार चादर धुलने की बात गले नहीं उतर रहा है. कर्मचारियों से पूछने पर पता चला कि सदर अस्पताल के महिला व पुरुष वार्ड में ठेकेदार को चादर व कपड़े धोने के देने के लिए कोई न तो लॉग बुक है और न ही कोई रजिस्टर. ठेकेदार के कर्मचारी सदरअस्पताल के वार्ड अटेंडेंट से कपड़ा धोने के लिए लेने के बाद एक परची दे देते हैं.
चादर आने के बाद परची फाड़ कर फेंक दिया जाता है. ठेकेदार के कर्मचारी अस्पताल के कर्मचारियों से अपने रजिस्टर पर दस्खस्त भी कराते हैं. सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड में 20, महिला वार्ड में 18, बर्न वार्ड में छह तथा इमरजेंसी में आठ बेड हैं. ओटी में ऑपरेशन व सिजेरियन रोज होता नहीं. ऐसे में प्रतिदिन डेढ़ से दो सौ चादर धुलाने का मामला जांच का विषय अवश्य है. इधर विभाग ने खादी की 4396 रंग-बिरंगी चादरें की खरीदनी है. इसमें से चौदह सौ चादरें सदर अस्पताल को मिलनी है. मजिस्ट्रेट द्वारा जांच के बाद जिला गोदाम से चादरें सदर अस्पताल को मिल जायेंगी.
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