सीवानः बिहार राज्य मध्याह्न् भोजन योजना समिति ने मध्याह्न् भोजन योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2013-14 के तहत जिले के 376 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में रसोई सह भंडार गृह बनाने का फैसला किया है, जिस पर 546.06 लाख रुपये खर्च होंगे. यह र्सो सह भंडार गृह 16 प्रखंडों के 376 विद्यालयों में बनाये जायेंगे. यह भंडार गृह सिर्फ उन्हीं विद्यालयों में बनेगा, जिनके पास अपनी जमीन है.
योजना समिति को जिले के 19 प्रखंडों के 456 विद्यालयों में मंडार गृह बनाने के लिए आंकड़ा भेजा गया था, परन्तु 80 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के पास अपनी जमीन नहीं होने के कारण 376 विद्यालयों में ही इन्हें बनाने का फैसला लिया गया. रसोई सह भंडार गृह बनाने का फैसला छात्र-छात्राओं के नामांकन के आधार लिया गया है, जिस विद्यालय में 200 व 201 से 400 तक बच्चे पढ़ते हैं.
इस योजना के तहत 355 रसोई सह भंडार गृह 200 बच्चों वाले विद्यालय में व 21 रसोई सह भंडार गृह 201 से 400 बच्चों वाले विद्यालयों में बनेगा. 200 बच्चों वाले विद्यालयों में प्रति इकाई रसोई सह भंडार गृह पर एक लाख 44 हजार व 201 से 400 बच्चों वाले विद्यालयों मे प्रति इकाई एक लाख 66 हजार रुपये खर्च होंगे. रसोई सह भंडार गृह बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम, बिहार पटना द्वारा उपलब्ध कराये गये नक्शा, विस्तृत स्केच प्लान व डीपीआर के आधार पर ही बनाना होगा. मालूम हो कि बिहार राज्य मध्याह्न् भोजन योजना समिति ने सूबे के 38 जिलों में 6703 रसोई सह भंडार गृह बनाने का फैसला किया है, जिस पर कुल 10039.74 लाख रुपये खर्च आयेगा.