महाराजगंज (सीवान) : महाराजगंज निबंधन कार्यालय एवं अधिकारी के निवास भवन का निर्माण भवन निर्माण विभाग से कराये जा रहे भवन निर्माण में अंगरेज शासन के निर्मित भवन को तोड़ कर उसमें पुरानी ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
इसको लेकर राजद के अरविंद कुमार गुप्त, राकेश कुमार, उपेंद्र कुमार राठौर, जेडी आलम, उमाशंकर सिंह, कांग्रेस के रमेश उपाध्याय आदि लोगों ने कहा कि 100 वर्ष पूर्व बना भवन जर्जर था. उसको तोड़ कर पुरानी इंटें इस्तेमाल करना गलत है. प्रत्येक चीज की आयु होती है. जब पुराने रजिस्ट्रार भवन ध्वस्त था तो उसमें की ईंट व अन्य सामग्री कैसे दुरुस्त होंगी. यह आश्चर्यजनक सवाला है, जिसको नये भवन निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है.
क्या कहते हैं डीसीएलआर
इस संबंध में वर्तमान रजिस्ट्रार सह महाराजगंज के डीसीएलआर राजीव कुमार से बात हुई बताया कि भवन टेकनिक के बारे में हमे जानकारी नहीं है. क्या कहते हैं सिक्लि एसडीओ . इस संबंध में महाराजगंज अनुमंडल के सिविल एसडीओ मनोज कुमार का कहना था कि मैं इसकी खुद जांच करूंगा.
क्या बोले विभाग के एसडीओ
भवन विभाग के एसडीओ के फोन नंबर 9471245886 पर बात की गयी. उन्होंने बताया कि टुकड़ व दो नंबर की ईंटों का इस्तेमाल नहीं करना है. पुरानी ईट काम में इस्तेमाल लायक है. इसका डीडक्सन एमवी में कर दिया जायेगा. बहरहाल जो हो पूराने ईट एवं टुकडे इस्तेमाल से जनता में जितनी मुँह उतनी बात सुनने को मिल रही है.