रघुनाथपुर : थाना क्षेत्र के हरनाथपुर गांव के दनियारी टोला के नहर में तांडव मचा रखा मगरमच्छ आखिरकार तीन दिन बाद ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह जाल में फंस गया़. नहर से जीवित अवस्था में निकाले गये मगरमच्छ को स्थानीय सीओ संजय कुमार व वन विभाग कर्मी को ग्रामीणों ने सौंप दिया.
मालूम हो कि ग्रामीणों ने दो-तीन दिनों से इस मगरमच्छ को पकड़ने में लगे हुए थ़े मगरमच्छ को पकड़ने के लिए बुधवार की रात से ही सक्रिय हो गये थे. लगभग 10 घंटे के अथक प्रयास के बाद सफलता हाथ लगी है. इसके साथ ही आसपास के लोगो ने राहत की सांस ली़.
गुरुवार की सुबह कम पानी बहाव के कारण यह नहर में पूरब की ओर जा रहा था. ग्रामीणों ने पूर्व से ही नहर में पूर्वी हिस्से को बांध कर जाल बिछा रखा था, और पश्चिम की तरफ से जाल लगा कर पूरब की ओर बढ़ने लगे. इसी दौरान मगरमच्छ जाल में फंस गया. सीओ ने मगरमच्छ के बच्चे को स्थानीय थाने लाकर कागजी कार्रवाई करते हुए वन विभाग कर्मी को सौंप दिया. सीवान गंडक विभाग को ले जाने को आदेश दिया गया़.
दोपहर बाद गंडक विभाग ने गुठनी के सरयू नदी में मगरमच्छ को छोड़ दिया गया.
ग्रमीणों ने दिया साहस का परिचय हरनाथपुर गांववासियों ने गुरुवार को खतरनाक जलचर मगरमच्छ को पकड़ कर एक साहस का परिचय दिया, वहीं पकड़ने में रातभर का कठिन परिश्रम का फल कहा जा सकता है. प्रशासन के निष्क्रियता को देखते हुए ग्रामीण स्वयं तत्पर हो गय थे.
रवि रंजन सिंह, अरविंद सिंह, विकास कुमार, अभय ठाकुर, उपेंद्र यादव, रामपुकार साह, प्रवीण किशोर, दारा सिंह, हरेंद्र भगत व अन्य लोगों का कहना था कि हमलोगों को लग रहा था कि प्रशासन सक्रिय नहीं हैं, इसलिए हमलोग ने खुद ही पकड़ने का प्रयास करने लगे.
मगरमच्छ को देखने के लिए उमड़ा हुजूम
हरनाथपुर गांव से स्थानीय प्रशासन द्वारा लाया गया मगरमच्छ को पहले स्थानीय थाना में लाया गया़ यह मगरमच्छ लगभग पांच से सात फिट बताया जाता है. जिसे देखने को लोगों की भीड़ उमड़ पड़ा व थाने परिसर में भीड़ लग गया़ थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार भीड़ को देखते हुए मगरमच्छ को ले जाने के लिए वन विभाग को आदेश दे दिया.
क्या कहते हैं अधिकारी
सीओ संजय कुमार ने बताया कि इस मगरमच्छ के बच्चे को उच्च अधिकारियों के आदेश पर गंडक विभाग को सौंप दी गई है, ग़्रामीणों का यह कदम साहस पूर्ण व सराहनीय है़. गंडक स्थित सरयू नदी में उसे छोड़ा जा रहा है.