मैरवा : बड़गांव पंचायत के गोसाई टोला स्थित एक खेत में मालिक द्वारा मक्के की फसल की सुरक्षा के लिए डाले गये कीटनाशक से सैकड़ों पक्षियों व जानवरों की जान चली गयी. जिसमें लगभग 100 कौये, छह कुत्ते व तीन सियार शामिल हैं.
वहीं दूसरी ओर नीलगाय के भी मरने की आशंका जतायी जा रही है. इस घटना के बाद उस टोले के निवासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है. इतनी बड़ी घटना के बाद भी संबंधित कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था. बता दें कि बड़गांव के गोसाई टोला स्थित एक मक्के के खेत में 2-3 दिन पहले खेत के मालिक द्वारा कीटनाशक डाला गया था, ताकि फसल की रक्षा हो सके. यह कीटनाशक मछली व मुरगे के मांस में मिला कर डाला गया था. इधर खेत में मांस व मछली देख बड़ी संख्या में कौये खेत में उतर गये. मांस व मछली के टुकड़े खाते ही उनकी जान चली गयी.
इधर सूंघते-सूंघते कुत्ते भी खेत में पहुंच गये और खाने के बाद उनकी भी मौत हो गयी. ठीक यही हाल सियार व बिल्लियों का भी हुआ. इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों व जानवरों की मौत के बाद ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गये. ग्रामीणों ने बताया कि उनके पालतू कुत्ते मर गये है. जिन्हें वे परिवार के सदस्य जैसा मानते थे. उक्त घटना ने पूरी पंचायत में हड़कंप मचा दिया है.
बताते है कि उस खेत में नील गायों को भी चरते देख गया है. जिससे उनके मरने की भी आशंका जतायी जा रही है. एक तरफ विलुप्त हो रहे कौओं की रक्षा के लिए कई सरकारी कदम भी उठाये जा रहे है. वहीं इस गांव में फसलों की रक्षा में इतनी बड़ी संख्या में कौओं की मौत हो गयी. इस संबंध में कृषि पदाधिकारी जनार्दन यादव ने बताया कि कीटनाशक का इस्तेमाल जानलेवा हो सकता है. इसलिए ऐसी वस्तुओं को खेतों व फसलों में नहीं डालना चाहिए.
* फसलों की रक्षा के लिए डाले गये थे कीटनाशक
* लगभग 100 कौए, छह कुत्ते व तीन सियार मिले मृत