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आज से पांच दिवसीय दीपोत्सव का होगा शुभारंभ

दीप दान व मिठाइयां बांटना होगा लाभकारी लक्ष्मी-गणेश प्रतिमा के साथ ही विशेष वस्तुओं की खरीदारी करने की है परंपरा सीतामढ़ी : धनतेरस पूजा के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व का शुभारंभ हो रहा है. कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया तक चलने वाले इस दीपोत्सव त्योहार में […]

दीप दान व मिठाइयां बांटना होगा लाभकारी

लक्ष्मी-गणेश प्रतिमा के साथ ही विशेष वस्तुओं की खरीदारी करने की है परंपरा
सीतामढ़ी : धनतेरस पूजा के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व का शुभारंभ हो रहा है. कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया तक चलने वाले इस दीपोत्सव त्योहार में दीप का खास महत्व है. धनतेरस की बात करें तो शुक्रवार को त्रयोदशी व हस्त नक्षत्र का संयोग होने से इस साल का धनतेरस खास महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरी की जयंती के रूप में धनतरेस मनाने की परंपरा है. इस दिन लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा के साथ ही विशेष वस्तुओं की खरीदारी करने की परंपरा है. इस दिन शाम को लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा व खरीद की गयी विशेष वस्तुओं की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.
कब करें विशेष वस्तुओं की खरीदारी?: पंडित श्री मिश्रा के अनुसार वैसे तो सामान्य वस्तुओं की खरीदारी दिनभर कर की जा सकती है, लेकिन विशेष वस्तुओं की खरीदारी के लिए तीन मुहूर्त बन रहा है. दोपहर 1:48 बजे से 3:20 तक व शाम 6:26 बजे से रात 8:23 बजे तक विशेष मुहूर्त है. इसके अलावा पूर्वाह्न 11:40 से दोपहर 12:40 तक अभिजित मुहूर्त है, इसलिए इस दरम्यान भी खरीदारी करना उत्तम होगा.
उपहार में इलेक्ट्रॉनिक वस्तु देना शुभकारी: पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष का गणना बताता है कि जीवन में प्रसन्नता पाने के लिए श्रद्धालुओं को अपनों के बीच इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं व मिठाइयां उपहार देना उत्तम व शुभ होगा. इसके अलावा यम की प्रसन्नता के लिए शाम को दीप दान करना उत्तम होगा. ऐसा करने से जीवन में शांति व प्रसन्नता आती है.
कैसी हो गणेश की प्रतिमा?
पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि बाजार में लक्ष्मी-गणेश की अनेक प्रकार की प्रतिमाएं बिक रही है. श्रद्धालुओं को ध्यान देना चाहिए कि वे ऐसी प्रतिमा खरीदें, जिसमें गणेश का सूढ़ दक्षिणवर्त यानी दाहिनी ओर मुड़ी हो. इस प्रकार की प्रतिमा की पूजा-अर्चना करना काफी लाभकारी होगा.
शनिवार को नरक चतुर्दशी व हनुमान जयंति: पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि शनिवार को नरक चतुर्दशी व हनुमान जयंती मनाया जाएगा. जो व्यक्ति ऊपरी बाधाओं से परेशान हों उन्हें इस दिन भक्ति-भाव के साथ हनुमान आराधना करानी चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से भक्तों के सभी दुखों का हरण हो जाता है.
नहीं जलाना चाहिए पटाखा: पंडित श्री मिश्रा के अनुसार रविवार को दिवाली है. दिवाली दीपों का त्योहार है. माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के साथ ही खुशियां मनाने का दिन होता है. इस दिन पटाखा नहीं जलाना चाहिए. क्योंकि पटाखा से मनुष्य ही नहीं बल्कि सभी जीव-जंतु भयभीत हो जाते हैं, इसलिए पटाखा जलाना काफी अशुभ माना गया है.
सोम को गोवर्धन पूजा व मंगल को यम द्वितीया: पंडित श्री मिश्रा के अनुसार सोमवार को अन्नकुट गोवर्धन यानी भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की जाएगी. वहीं मंगलवार को यम द्वितीया के साथ ही कलम-दवात व भैया दूज का त्योहार मनाया जाएगा. इसके साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व का समापन हो जाएगा.

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