बेलसंड (सीतामढ़ी) : निर्धारित संख्या से अधिक डस्टबीन की खरीद व लाखों के घोटाले के मामले में आरोपित नगर पंचायत अध्यक्ष नथुनी आलम व सफाई जमादार अशोक कुमार को पुलिस ने रविवार को कार्यालय कक्ष से गिरफ्तार कर लिया. मामले में उप सभापति शकुंतला देवी, वार्ड पार्षद लीला देवी, सुनीता देवी व सरिता देवी भी […]
बेलसंड (सीतामढ़ी) : निर्धारित संख्या से अधिक डस्टबीन की खरीद व लाखों के घोटाले के मामले में आरोपित नगर पंचायत अध्यक्ष नथुनी आलम व सफाई जमादार अशोक कुमार को पुलिस ने रविवार को कार्यालय कक्ष से गिरफ्तार कर लिया. मामले में उप सभापति शकुंतला देवी,
वार्ड पार्षद लीला देवी, सुनीता देवी व सरिता देवी भी आरोपित हैं. प्राथमिकी में नपं के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी सह वर्तमान सीओ मो जलालुद्दीन भी नामजद हैं. अब अन्य आरोपितों पर पुलिस का शिकंजा कसेगा. थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान ने सीओ को भी पकड़ने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन वे जाल में नहीं फंस सके और फरार हो गये. इसकी पुष्टि थानाध्यक्ष ने की है.
4380 घर के लिए खरीदे 15 हजार डस्टबीन. नगर पंचायत के पूर्व सभापति नागेंद्र झा ने सभापति समेत अन्य के खिलाफ स्थानीय थाना में प्राथमिकी
बेलसंड नपं सभापति…
दर्ज करायी थी. उनका आरोप था कि नपं क्षेत्र में घरों की संख्या 4380 है, जबकि 15 हजार पीस डस्टबीन की खरीद कर ली गयी. श्री झा की शिकायत पर मामले की जांच के लिए एसडीओ सुधीर कुमार ने जांच टीम का गठन किया. टीम में कार्यपालक दंडाधिकारी अजय कुमार दास व अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी श्यामबाबू प्रसाद यादव शामिल किये गये थे. रिपोर्ट में जांच अधिकारी ने लिखा था कि 4587 घरों के लिए दो कूड़ादान प्रति परिवार की दर से 9174 डस्टबीन की खरीद की जानी थी, लेकिन सभापति श्री आलम के नेतृत्व वाली समिति ने 15 हजार कूड़ेदान खरीदने का निर्णय लिया था. इस मद में सरकार से 55 लाख का आवंटन मिला था. पहली किस्त में नगर पंचायत को 27.52 लाख रुपये मिले थे. यह राशि मिलने के पूर्व ही डस्टबीन की खरीद करने के साथ ही अन्य मदों से संबंधित एजेंसी को एक ही ही चेक से 85 लाख का भुगतान कर दिया गया था. जांच टीम ने कूड़ेदान की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा किया था.
डस्टबीन खरीद में लाखों के घोटाले का आरोप
प्राथमिकी में नगर पंचायत उप सभापति भी हैं आरोपित
आरोपितों में तीन महिला वार्ड पार्षद भी शामिल