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मासूमों की हत्या का गुनाहगार था सुनील

-पांच वर्षीय अमन दीप व 12 वर्षीय नवीन को उतार दिया था मौत के घाट -हत्या के दो तथा अपहरण के एक मामले में था आरोपित सीतामढ़ीः पहले रसलपुर निवासी राजीव कुमार उर्फ गूंगा के पुत्र पांच साल के अमन दीप उसके बाद 12 साल का नवीन. छह वर्ष पूर्व डुमरा में चाइल्ड किलर की […]

-पांच वर्षीय अमन दीप व 12 वर्षीय नवीन को उतार दिया था मौत के घाट

-हत्या के दो तथा अपहरण के एक मामले में था आरोपित

सीतामढ़ीः पहले रसलपुर निवासी राजीव कुमार उर्फ गूंगा के पुत्र पांच साल के अमन दीप उसके बाद 12 साल का नवीन. छह वर्ष पूर्व डुमरा में चाइल्ड किलर की करतूत की कहानी सुनते ही आज भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. पहले अपहरण तथा उसके बाद हत्या कर बच्चों के परिजन को फिरौती के लिए कॉल करना इस खतरनाक अपराध की खौफनाक कहानी पुलिस के लिए भी बेचैन कर देने वाली रही है. पांच जनवरी 2009 को डुमरा थाने की पुलिस ने फिरौती वसूलने के इरादे से विश्वनाथपुर गांव से अगवा मासूम अमन दीप का शव विश्वनाथपुर गांव के पास नवनिर्मित रेल ट्रैक के किनारे गड़ा मिला था.

इस बीच खतरनाक अपराधियों द्वारा उसके परिजन से तब भी फिरौती की मांग कर उसे सलामत होने का दिलासा देता रहा. इन चाइल्ड किलरों की सूची में कुम्हरा विशनपुर निवासी सुनील मंडल को सरगना के तौर पर जाना जाता था. उसके गिरोह में शातिर रामजी राय, राम प्रवेश साह, राजू उर्फ लंगड़ा समेत तकरीबन आधा दर्जन अपराधी शामिल थे. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी कांड संख्या-05/09 दर्ज कर छानबीन शुरू किया था. कांड में दर्ज धारा को परिवर्तित कर भादवि की धारा 302, 201 में कांड के अनुसंधान कर्ता द्वारा न्यायालय में आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन की कार्रवाई में जुटी हीं थी कि इस गिरोह ने सिमरा से 12 साल के नवीन को अगवा कर उसकी हत्या कर दी.

उक्त हत्या में इन्हीं चाइल्ड किलरों का नाम सामने आया था. नवीन कुमार का शव कुम्हरा विशनपुर में एक खेत से गड़ा अवस्था में बरामद किया गया था. पुलिस ने इस मामले में 20 फरवरी 2009 को थाना में कांड संख्या-65/09 दर्ज कर कार्रवाई शुरू किया. इस कांड में भी अपराधियों ने पहले बालक को अगवा कर लिया था. बाद में शव मिलने के बाद उक्त कांड की धारा को परिवर्तित कर उसमें भादवि 302, 201 जोड़ कर कार्रवाई शुरू किया. पुलिस भी यह मान कर चलती थी कि गिरोह का मुख्य मास्टर सुनील मंडल हीं था. बुधवार की सुबह जब सुनील की अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी तो छह वर्ष पूर्व अपराध की कड़ी एक बार फिर सुर्खियां बन गयी है. उसकी हत्या को भी उसके उस अपराध की सजा के तौर पर भी अपराधियों द्वारा अंजाम देने की बात सामने आ रही है. पुलिस के मुताबिक हत्या के उक्त दोनों मामले के अलावा अपहरण के एक मामले में उस पर चार्ज सीट हो चुका है.

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