सीतामढ़ी :डीइओ कार्यालय के लिपिक रहे सुशांत व लक्ष्मण कुमार की घर वापसी हो गयी. दोनों की शिकायत पर माध्यमिक शिक्षा के निदेशक ने 20 फरवरी 15 को आरडीडीइ को पत्र भेज कर्मियों का स्थानांतरण स्थगित करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया था,
लेकिन कतिपय कारणों से उक्त निर्देश के आलोक में कोई कार्रवाई नहीं की गयी. यहां तक कि बाद में आरडीडीइ ने दोनों कर्मियों को निलंबित करने के साथ हीं विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दे दिया.
निर्देश की अवहेलना को निदेशक ने गंभीरता से लिया है और आरडीडीई से एक सप्ताह के अंदर साक्ष्य के साथ स्पष्टीकरण मांगा है. क्या है पूरा मामला प्रमंडलीय स्थापना समिति की अनुशंसा के आलोक में लिपिक सुशांत व लक्ष्मण कुमार का तबादला सीतामढ़ी से डीइओ कार्यालय, मुजफ्फरपुर किया गया था.
तबादला स्थगित करने से संबंधित कर्मियों के आवेदन के आलोक में निदेशक ने आरडीडीई को नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया था. यह 27 अगस्त 14 की है. कार्रवाई नहीं की गयी. पुन: दोनों कर्मियों ने निदेशक को आवेदन दिया. समीक्षा के बाद निदेशक द्वारा तबादले को स्थगित कर दिया गया. इस आशय से संबंधित 20 फरवरी 15 को जारी पत्र में निदेशक ने निदेश का पालन नहीं करने को ले आरडीडीइ से स्पष्टीकरण भी पूछा था.
विभाग के उक्त दोनों कर्मियों के आवेदन के प्रति गंभीर रहने के बावजूद आरडीडीइ ने इस कारण दोनों को निलंबित कर दिया कि डीइओ कार्यालय, मुजफ्फरपुर में योगदान नहीं दिया है.
यह कार्रवाई करने के पूर्व निदेशक को कोई सूचना नहीं दी गयी. निदेशक काफी गंभीर नौ अक्तूबर को जारी पत्र में निदेशक का कहना है कि आरडीडीइ द्वारा निदेशालय के आदेश की अवहेलना की गयी.
इतना ही नहीं, निदेश के विपरीत संबंधित लिपिकों पर दंडात्मक कार्रवाई की गयी. कहा है कि अगर कार्रवाई करना आवश्यक हीं था तो निदेशालय के संज्ञान में लाने के उपरांत हीं कार्रवाई किया जना चाहिए था जो नहीं किया गया.
आरडीडीइ से इस आशय का स्पष्टीकरण मांगा गया है कि आदेश की अवहेलना व मनमानी को ले क्यों नहीं अनुशासनिक कार्रवाई के लिए राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जाये. निदेशक के आदेश के आलोक में सोमवार को उक्त दोनों लिपिक डीइओ कार्यालय, सीतामढ़ी में योगदान कर लिये.