हत्यारों की गिरफ्तारी की उठी मांग
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हत्या के विरोध में सड़क पर उतरे लोग
हत्यारों की गिरफ्तारी की उठी मांग सीतामढ़ी : नगर थाना अंतर्गत कोर्ट बाजार निवासी स्वतंत्र पत्रकार अजय विद्रोही की हत्या से आक्रोशित होकर बुधवार की सुबह शहर के लोग सड़क पर उतर गये. जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोगों ने शहर के प्रमुख चौक-चौराहों को बांस-बल्ला व टायर जला कर जाम कर दिया. […]
सीतामढ़ी : नगर थाना अंतर्गत कोर्ट बाजार निवासी स्वतंत्र पत्रकार अजय विद्रोही की हत्या से आक्रोशित होकर बुधवार की सुबह शहर के लोग सड़क पर उतर गये.
जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोगों ने शहर के प्रमुख चौक-चौराहों को बांस-बल्ला व टायर जला कर जाम कर दिया.
व्यवसायियों ने स्व:स्फूर्त अपनी दुकानों को बंद रखा. मेहसौल चौक की ओर से जाने पर लखनदेई पुल पार करने के बाद शहर की सभी छोटी-बड़ी दुकान बंद रखी गयी. बंदी को लेकर किसी तरह की घटना की सूचना नहीं हैं.
हालांकि एहतियात के तौर पर मंगलवार की रात घटना के बाद एसपी हरिप्रसाद एस ने विधि-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए शांति बनाये रखने के लिए शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया. एएसपी (अभियान) संजीव कुमार, सदर डीएसपी राजीव रंजन, थानाध्यक्ष विवेक जायसवाल, छोटन कुमार, संतोष शर्मा, सार्जेंट विशाल आनंद समेत पुलिस पदाधिकारी अस्पताल परिसर में पहुंचे. इसकेअलावा शहर के सभी प्रमुख-चौराहों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गयी. एसएसबी जवान फ्लैग मार्च भी करते रहे.
होती रही नारेबाजी, डटे रहे शहरवासी
गोली लगने के बाद पत्रकार के दोनों पुत्र अपने पिता को स्थानीय लोगों के सहयोग से लेकर अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने विद्रोही को मृत घोषित कर दिया.
इस बीच गोली मारने की घटना की जानकारी दिये जाने के बाद घंटों बाद भी नगर थानाध्यक्ष मुनेश्वर प्रसाद सिंह के नहीं पहुंचने के कारण शहरवासी आक्रोशित हो चुके थे. अस्पताल परिसर में लोगों को जमावड़ा भी शुरू हो चुका था.
निवर्तमान विधायक सुनील कुमार पिंटू, पूर्व विधायक रामनरेश यादव, कांग्रेसी नेता अमित कुमार टुन्ना, चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव राजेश व भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह समेत कई जनप्रतिनिधि भी अस्पताल पहुंच कर स्थानीय लोगों से घटना की जानकारी ले रहे थे.
थानाध्यक्ष को खदेड़ कर भगाया
इसी क्रम में थानाध्यक्ष मुनेश्वर प्रसाद सिंह सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे. उन्हें देखते ही शहरवासी भड़क गये. उन्होंने थानाध्यक्ष श्री प्रसाद को जलील करते हुए खदेड़ कर भगा दिया. शहरवासियों की आक्रोश का सामना सदर डीएसपी राजीव रंजन व अन्य पुलिसकर्मियों को भी सहना पड़ा. नगर थाना पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध व दु:खी होकर शहरवासियों ने सदर डीएसपी को काफी खरी-खोटी सुनायी.
एसपी ने किया शव का मुआयना
रात को करीब 12.42 बजे एसपी हरिप्रसाद एस सदर अस्पताल पहुंचे. इमरजेंसी वार्ड के समीप एसपी के पहुंचते ही पूर्व से खड़े निवर्तमान विधायक पिंटू ने शहर में व्याप्त भय व नगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अगर यही हाल रहा तो दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष यतींद्र खेतान की तरह एक बार फिर से जनाक्रोश भड़क सकता है.
जिसकी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी. उनकी बातों को सुनने के बाद एसपी ने सपाट शब्दों में कहा कि पुलिस जांच कर रही है, लोग शांत रहे. वहां से आगे बढ़ कर वे शव के पास पहुंचे. शव का मुआयना व आवश्यक पूछताछ करने के बाद वे पुलिस पदाधिकारियों के साथ जांच-पड़ताल में जुट गये. इस दौरान भी लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
पुिलस अब तक नहीं लगा पायी घटना का सुराग
सदर अस्पताल पहुंचने से पूर्व एसपी घटनास्थल के समीप पहुंचे. वहां उन्होंने स्थानीय कुछ लोगों से बातचीत कर हमलावरों की शिनाख्त करने का प्रयास किया, लेकिन किसी तरह का महत्वपूर्ण सुराग हाथ नही लगा. स्थानीय लोगों में किसी भी प्रत्यक्षदर्शी ने मुखर होकर कोई जवाब नही दिया. अंधेरे में हाथ-पाव मार कर सुराग तलाशने का हर संभव प्रयास किया गया. वहां से चलने से पूर्व एसपी के निर्देश पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गयी.
आशीर्वाद होटल में हुई छापेमारी
सदर अस्पताल में जांच-पड़ताल के दौरान किसी तरह का सुराग हाथ लगने पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने आशीर्वाद होटल की घेराबंदी करते हुए छापेमारी की. कमरों की तलाशी लेते हुए कस्टमर रजिस्टर को भी खंगाला गया. हालांकि किसी तरह के आपत्तिजनक सामान के बरामद होने की सूचना नहीं है.
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