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उत्तर बिहार में बाढ़ का टला खतरा

बैरगनिया : नेपाल के नेयाजदी जिले के रामचे गांव के समीप भू-स्खलन के बाद काली गंडक नदी में जमा पानी का बहाव शुरू हो गया है. इससे भारत में बाढ़ का खतरा टल गया है. हालांकि, मलबे को हटाया नहीं जा सका है. उसके ऊपर से ही पानी का बहाव हो रहा है. भू-स्खलन अब […]

बैरगनिया : नेपाल के नेयाजदी जिले के रामचे गांव के समीप भू-स्खलन के बाद काली गंडक नदी में जमा पानी का बहाव शुरू हो गया है. इससे भारत में बाढ़ का खतरा टल गया है. हालांकि, मलबे को हटाया नहीं जा सका है. उसके ऊपर से ही पानी का बहाव हो रहा है. भू-स्खलन अब भी जारी है.
भारत में जल प्रलय रोकने के लिए नेपाल की ओर से पानी की गति को रोक कर छोड़ा जा रहा है. रात करीब 11 बजे काली गंडक नदी में पिछले 30 घंटे से स्टोर पानी का प्रवाह वाल्मीकिनगर में गंडक बराज के समीप पहुंचेगा. इसको लेकर अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है. गंडक बराज के सहायक अभियंता मो. जिलानी ने बताया कि अभी गंडक नदी में 25 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. नेपाल में स्टोर पानी का प्रवाह देर रात तक आने की संभावना है.
इसको लेकर अलर्ट किया गया है. उधर, नेपाल गंडक नियंत्रण संघर्ष समिति के सचिव दूधनाथ गुप्ता ने बताया कि खतरा अब कम हो गया है. पानी के दबाव के कारण काली गंडक नदी का मलवा धीरे-धीरे हट रहा है.
नदी पुरानी स्थिति में
नेयाजदी के सहायक प्रमुख जिलाधिकारी भीम बहादुर पोखरेल ने बताया कि धीरे-धीरे पानी निकल रहा है. अब नदी पुरानी स्थिति में आ गयी है. खतरा टल गया है. बता दें कि भू-स्खलन से नदी के दो किलोमीटर लंबाई में 100 मीटर गहरा झील बन गया था. रविवार की शाम से पानी ओवर फ्लो होकर बह रहा है.
भूकंप से फटा था पहाड़
गत दिवस रात के करीब एक बजे तेज आवाज के साथ पहाड़ टूट कर गिरा था. भगवती वैत्री व रामचे गांव के 35 घर पूरी तरह तबाह हो गये हैं. लोगों ने जाकर देखा तो पाया कि भूकंप से पहाड़ फटा हुआ है. वहीं टूट-टूक कर गिर रहा है. पानी के चलते भगवती वैत्री गांव स्थित काली गंडक नदी पर बने दो पुल क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
स्थानांतरित किये गये कैदी
पहाड़ के बगल में ही जेल है. भू-स्खलन के चलते जेल से सभी 99 कैदियों को निकाल कर जिला विकास समिति के परिसर में रखा गया है. प्रशासन ने नदी के किनारे व सीमावर्ती जिलों नेयाजदी, पर्वत, बांगलुम, त्यांज, गुलमी, पालपा व नवलपरासी आदि के करीब पांच दर्जन गांवों को खाली करा दिया गया था.
सेना व पुलिस तैनात
जिलाधिकारी टेक बहादुर केसी ने बताया है कि गंडक नदी के जाम स्थल समेत अन्य स्थानों पर सेना, सशस्त्र पुलिस बल व नेपाल पुलिस को तैनात किया गया है. वहां पर एसएसपी सुभाष चौधरी, मौसम वैज्ञानिक विनोद परायुल व हाईड्रोलिस्ट सुरेश मरहट्टा भी प्रतिनियुक्त हैं.
डेंगी बाजार में भरा पानी
श्री पोखरेल ने बताया कि डेंगी बाजारी में पानी भर गया है. आधा घंटा के अंदर ही बाढ़ आ आ गयी. अब पानी कम होने लगा है. पहाड़ टूटने के बाद आठ किमी तक धूल फैल गया था. इससे डेंगी बाजार भी अछूता नहीं था.

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