बैरगनिया : भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी का धंधा फिर शुरू हो गया है. नेपाल के गौर में सेवा केंद्र विस्थापन के विरोध में आंदोलन के दौरान बॉर्डर पर तस्करी थम गया था, लेकिन आंदोलन थमते हीं फिर बॉर्डर पर तस्करी का धंधा तेज हो गया है.
सुपारी का बड़ा भंडारण
गौर शहर में जगह-जगह बड़े पैमाने पर तस्करी का सुपारी भंडारित कर रखा गया है. बताया गया है कि साइकिल से सुपारी को संबंधित गोदाम में लाया जाता है और बाद में वहां से बड़े-बड़े शहरों में उसकी तस्करी की जाती है. सूत्रों ने बताया कि इंडोनेशिया से नेपाल के रास्ते भारत आने वाली सुपारी पर अच्छी कमाई होती है. सूत्रों ने बताया कि कस्टम व एसएसबी का भी तस्करों को सहयोग मिलता है. यह बात अलग है कि जांच के बाद हीं उक्त दोनों विभाग की भूमिका का खुलासा हो पायेगा. जांच चल भी रही है. बॉर्डर पर तस्करी पर रोक नहीं लगने पर मुसाचक के मुखिया विजय चंद्र प्रसाद ने गत दिन एसएसबी के डीआइजी से लिखित शिकायत की थी. शिकायत को डीआइजी ने गंभीरता से लिया है और जांच का आदेश दिया है.
तस्करी की शिकायत की जांच
डीआइजी के निर्देश पर एसएसबी के सीओ प्रताप सिंह यादव व एसी धीरज कुमार तस्करी की शिकायत की जांच कर रहे हैं. शुक्रवार से हीं दोनों अधिकारी मुखिया श्री प्रसाद व आम जनता से तस्करी की बाबत जानकारी ले रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि नेपाल के बेलबिछवा व महादेवपट्टी के रास्ते कॉस्मेटिक व अन्य सामग्री को तस्करी कर बैरगनिया थाना क्षेत्र के भकुरहर, मुसाचक व सेंदुरिया गांव होते हुए नगर में लाया जाता है और यहां के गोदामों में भंडारित करने के बाद अन्य जगहों पर भेजा जाता है.
सुपारी के साथ टेंपो जब्त
गत शनिवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन पर रेलवे की सीआइडी टीम ने स्टेशन परिसर से टेंपो के साथ सुपारी को जब्त किया था. इधर, चर्चा है कि सुपारी व अन्य सामग्री के तस्कर दो गुट में बंट गये हैं. यानी इनके बीच वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गयी है. कहा जा रहा है कि दोनों गुटों में कभी भी लड़ाई छिड़ सकती है और कोई बड़ी घटना हो सकती है.
कहते हैं जांच अधिकारी
एसएसबी के सीओ सह जांच अधिकारी प्रताप सिंह यादव ने बताया कि जांच की जा रही है. आम लोगों से भी तस्करी की शिकायत की बाबत पूछताछ की जा रही है.