सीतामढ़ीः पुलिस के लिस्ट में टॉप टेन की सूची में शामिल अभिमन्यु सिंह उर्फ छोटू सिंह की निशाने पर व्यवसायी, चिकित्सक और ठेकेदार थे. वह पिछले तीन वर्षो में रंगदारी के लिए बम-विस्फोट कर दहशत कायम कर चुका था. उसके गिरोह का मास्टर अपराधी मो कासिम अंसारी भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है.
एसपी पंकज सिन्हा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि अभिमन्यु सिंह उर्फ छोटू सिंह हत्या, लूट, भयादोहन, रंगदारी, बम-विस्फोट व आर्म्स एक्ट के दो दर्जन कांडों में वांछित था. उसके विरुद्ध रीगा, नगर, मेजरगंज, डुमरा, सहियारा व सुप्पी सहायक थाना में उक्त गंभीर कांड दर्ज है. उसके गिरोह में लगभग तीस सदस्य शामिल है, जो उसके इशारे पर कई गंभीर वारदात को अंजाम दे चुका है. पुलिस कासिम अंसारी की क्राइम हिस्ट्री भी खंगाल रही है.
एसपी ने कहा कि अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल, छह जिंदा कारतूस (नाइन एमएम के चार व .315 के दो) विभिन्न कंपनियों के पांच सिम, श्याम नंदन सहाय महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर के परिचय पत्र, तीन मोबाइल के अलावा 32 सौ भारतीय व 65 नेपाली रुपये बरामद हुए. अपराधियों ने पांच अप्रैल 2012 को चकमहिला गांव में नारायण कुमार के हॉट मिक्सिंग प्लांट पर रंगदारी के लिए बम-विस्फोट किया था. इसके अलावा 11 मार्च की रात्रि नौ बजे तलखापुर डुमरा में ठेकेदार मो अनीसुर रहमान के आवास पर रंगदारी के लिए ही बम-विस्फोट किया. 31 जनवरी को प्रेम नगर पंचायत के मुखिया पति युगल किशोर साह पर मुरादपुर में गोली चलायी थी. इसमें श्री साह बाल-बाल बच गये थे.
एक वर्ष पूर्व उक्त अपराधी ने रीगा में खुश नंदन महतो की चाकू गोद कर हत्या कर दी थी. अभिमन्यु सिंह उर्फ छोटू सिंह के आतंक से जिले की जनता दहशत की जिंदगी जी रहे थे. उसकी गिरफ्तारी से सीतामढ़ी के अलावा मुजफ्फरपुर तथा शिवहर जिले के लोगों ने भी राहत की सांस लिया है. एसपी द्वारा जारी अपराधियों की टॉप टेन सूची में छोटू तीसरे नंबर पर था. मालूम हो कि सदर डीएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में सोनबरसा व बथनाहा पुलिस ने अपराधियों को उसके सहयोगी समेत भुतही से गिरफ्तार किया था. छापेमारी में सोनबरसा थानाध्यक्ष विनय भूषण राय, अवर निरीक्षक योगेंद्र प्रसाद, बथनाहा थानाध्यक्ष नफीस अहमद बीएमपी बल के साथ शामिल थे.