सीतामढ़ीः जिला परिषद कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विपिन सिंह व मंत्री देवनाथ सिंह ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर बताया है कि जिप कर्मियों के वेतन भुगतान में अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा मनमानी किया जा रहा है. जबकि महीनों से जिप कर्मी वेतन भुगतान के अभाव में भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके है. कई ऐसे कर्मी है जो पैसे के अभाव में अपने परिवार के सदस्यों को सही ढंग से इलाज भी नहीं करा पा
रहे है.
नेता द्वय ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिप कर्मियों के वेतन भुगतान मद में चार माह पूर्व 1 करोड़ 70 लाख रुपया भेजा गया. लेकिन अधिकारियों द्वारा कर्मियों के बीच वेतन भुगतान नहीं किया गया. गत 6 जुलाई को जब संघ द्वारा अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में आवेदन के साथ भुगतान का अनुरोध किया गया तो आश्वासन देकर भेज दिया गया.
वहीं, दूसरी ओर उन्हीं के द्वारा ग्रामीण विकास अभिकरण के चार कर्मियों को बुला कर जिला परिषद के सिर्फ 6 चुनिंदा कर्मियों का भुगतान कर दिया गया जो सरकारी नियमों का धज्जियां उड़ाना है.
क्या कहते हैं जिप अध्यक्ष
इस संबंध में जिप अध्यक्ष इंद्राणी देवी से पूछे जाने पर बताया कि यह बात सही है कि चार माह पूर्व वेतन मद में 1 करोड़ 70 लाख रुपया आया था. जिसे सभी कर्मियों में बांटा जाना उचित था. लेकिन ऐसा नहीं किया गया है तो यह दु:ख की बात है. उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि शिवहर में कार्यरत कर्मी का भुगतान भी यहां से कर दिया गया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में अपर मुख्य पदाधिकारी नेसार अहमद ने कुछ भी बताने से परहेज किया. उनका कहना था कि शिकायत कर्ता से हीं पूछा जाये कि ऐसा क्यों हुआ.