पुपरी : स्थानीय जनकपुर रोड रेलवे स्टेशन के दक्षिण माल गोदाम के सामने स्थित नगर पंचायत के वार्ड संख्या-7 के निवासियों को अभी भी सड़क के अभाव में चचरी के सहारे अपने घरों में आना-जाना पड़ता है.
मुहल्ला वासियों का कहना है कि जल-जमाव के समय चचरी ही मात्र आवागमन का एक मात्र सहारा है. इसके मुख्य कारण की चर्चा करते हुए लोगों ने बताया कि उनलोगों को रेलवे की जमीन होकर ही आना-जाना पड़ता है.
जानकारों का कहना है कि नगर पंचायत क्षेत्र में बढ़ती जनसंख्या व आवासीय मकान निर्माण के मद्देनजर नगर पंचायत प्रबंधन को इसकी चिंता होनी चाहिए. इधर, नगर पंचायत कर्मियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में आवास निर्माण से पहले नगर पंचायत से स्वीकृति लेते हुए कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, लेकिन नये घर निर्माण से पूर्व लोग नगर पंचायत को सूचना देना भी मुनासिब नहीं समझते हैं. ऐसी स्थिति में नगर पंचायत से सुविधा की अपेक्षा रखना कहीं से मुनासिब नहीं है.
मोहल्लावासी श्रीनारायण दास, कुंती देवी, मो मुनीफ, किशुन साह व महेश महतो समेत अन्य का कहना है कि वे लोग गांव छोड़ कर शहर इसलिए आये कि उनके परिजनों को शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास व अन्य सुविधाओं का समुचित लाभ मिल पायेगा, लेकिन नगर पंचायत के उदासीनता के कारण रास्ता भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
इस कारण आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. मुसीबत तो यह है कि जब मोहल्लावासी आपसी सहयोग से भी रास्ता बनाना चाहते हैं तो इसकी अनुमति नहीं मिल पा रही है. इस संबंध में वार्ड आयुक्त बलिराम दास ने बताया कि इस वार्ड में रास्ता का निर्माण तभी संभव है, जब रेलवे द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र नगर पंचायत को सौंपा जाये.
इधर, नगर पंचायत अध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने बताया कि अब नगर पंचायत क्षेत्र में अनुमति व नक्शा पास कराये बिना घर बनाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. सड़क के संबंध में कहा कि निकट भविष्य में कोई उपाय नहीं दिख रहा है.