पूसाः समस्याओं से आजिज उत्क्रमित मध्य विद्यालय बापू विशनपुर बथुआ के छात्र व पोषक क्षेत्र के ग्रामीण शनिवार को आंदोलन पर उतारु हो गये. सुबह विद्यालय का ताला खुलते ही छात्रों व ग्रामीणों ने व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. पहले तो शिक्षकों ने उन्हें समझाने का प्रयास कि परंतु उनका गुस्सा और भड़कता चला गया. छात्रों व ग्रामीणों ने एक के बाद एक कर कक्षा में लगे बैंच-डेस्क को तोड़ना आरंभ कर दिया. फिर उसे परिसर में आग के हवाले कर दिया.
स्थिति को भांपते हुए किसी ने इसकी सूचना बीइओ को दी. कुछ देर के बाद जैसे ही बीइओ चंद्रमोहन ठाकुर विद्यालय परिसर में पहुंचे बातचीत शुरू होने से पहले ही उग्र ग्रामीणों व छात्रों ने आठ शिक्षकों समेत उन्हें बंधक बना लिया. इस बीच सूचना मिलते ही प्रखंड के सभी आठ संकुलों के समन्वयक मौके पर पहुंच कर मामला शांत कराने में पदाधिकारी की मदद की. बताया गया है कि बीइओ ने तत्काल स्कूल परिसर में चापाकल लगाने के लिए तत्काल बीस हजार रुपये की स्वीकृति विद्यालय विकास मद से प्रदान की. जिसके बाद लोगों का गुस्सा कम हुआ और उन्होंने शिक्षकों व बीइओ को मुक्त कर दिया. छात्रों का कहना था कि विद्यालय के अधिकतर शिक्षक नियमित रुप से कक्षा नहीं लेते हैं जिसके कारण उनकी पढ़ाई चौपट हो गयी है.
वहीं कई छात्रों ने मेनू के अनुसार मध्याह्न् भोजन नहीं मिलने और पेट भर खाना नहीं उपलब्ध कराये जाने की भी शिकायतें की. छात्रा काजल, कुलदीप, अभिषेक, धीरज, प्रकाश, बलराम, दीपक, धर्मवीर, लक्ष्मण आदि ने विद्यालय प्रधान पर व्यवस्था को दुरुस्त करने में रुचि नहीं लेने का आरोप लगाया. एचएम चित्रलेखा कुमारी ने बताया कि पिछड़ी जाति के छात्रवृति बंटवारे के लिए 1 लाख 26 हजार 8 सौ रुपये में मात्र 99 हजार रुपये ही प्राप्त हुए हैं. बाकी के 27 हजार रुपये मिलने पर छात्रवृति राशि का वितरण होगा. पानी के अभाव में मध्याह्न् भोजन चार दिन से बंद होने की बात स्वीकार की. वहीं रसोइया मरनी देवी का कहना है तीन वर्षो से पानी की व्यवस्था नहीं है. एक किलो मीटर से पानी ला कर खाना पकाया जाता है. ऐसे में परेशानी लाजिमी है. इधर, संपर्क करने पर बीइओ श्री ठाकुर ने बताया कि चापाकल के लिए राशि पास कर दी गयी है. जल्द ही अन्य समस्याओं का निराकरण भी कर लिया जायेगा.