कुव्यवस्था. सरकार के निर्देश पर 139 लोगों को सीओ ने दिया नोटिस
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बेतिया राज की जमीन पर बने मकानों पर कार्रवाई की तलवार
कुव्यवस्था. सरकार के निर्देश पर 139 लोगों को सीओ ने दिया नोटिस वैध कागज नहीं होने पर घोषित किया अतिक्रमणकारी छपरा (सदर) : शहर के वीआइपी क्षेत्र में राजेंद्र स्टेडियम से सटे दक्षिण-पूरब अवस्थित बेतिया राज की जमीन पर मकान बनाने वाले 139 लोगों के भूमि तथा मकान स्वामियों को सरकार के निर्देश के आलोक […]
वैध कागज नहीं होने पर घोषित किया अतिक्रमणकारी
छपरा (सदर) : शहर के वीआइपी क्षेत्र में राजेंद्र स्टेडियम से सटे दक्षिण-पूरब अवस्थित बेतिया राज की जमीन पर मकान बनाने वाले 139 लोगों के भूमि तथा मकान स्वामियों को सरकार के निर्देश के आलोक में सदर सीओ ने नोटिस जारी किया है. साथ ही 17 मई को सदर सीओ के यहां उपस्थित होकर पूरे मामले में कागजात जमा करने का निर्देश दिया है.
सदर सीओ ने राजस्व परिषद पटना के पदाधिकारी सह लोक भूमि के रूप में घोषित बेतिया राज की जमीन के रिसीवर केके पाठक के निर्देश पर यह कार्रवाई की है. सदर सीओ विजय कुमार सिंह के इस नोटिस के बाद लगभग सात एकड़ जमीन में विगत पांच से छह दशक से जमीन खरीद कर तथा मकान बनाकर रहने वाले लोगों को सदर सीओ के यहां वैद्य कागजात जमा करने का निर्देश दिया है.
सीओ के इस नोटिस के बाद राजेंद्र स्टेडियम से सटे दक्षिण पूरब हॉस्टल कॉलोनी महमुद चौक से उत्तर अवस्थित लगभग सात एकड़ में बने इन मकानों के स्वामियों की होश सीओ के नोटिस के बाद उड़ गयी है. लाखों खर्च कर अपनी जमीन खरीदने एवं मकान बनाने वाले लोगों की जमीन को अतिक्रमण मानते हुए सरकार ने इसे अतिक्रमण से मुक्त करने की बात कही है.
करोड़ों की बहुमंजिली इमारतों के स्वामियों में हड़कंप:
सदर सीओ विजय कुमार सिंह के अनुसार बेतिया राज की जमीन लोक भूमि होने की वजह से जमीन खरीद कर मकान बनाने वालों को वैद्य कागजात उपस्थापित करने का आदेश दिया गया है. यदि वे ऐसा नहीं करते तो उनके कागजात की जांच कर नियमानुसार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जायेगी. सदर सीओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि महमुद चौक, पोस्टल कॉलोनी, राजेंद्र स्टेडियम से दक्षिण एवं पूरब बनाये गये मकानों के वैद्य कागजात नहीं प्रस्तुत करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी.
उधर सीओ के नोटिस मिलने के बाद कम से सात एकड़ में डेढ़ सौ बहुमंजिली इमारत बनाने वाले लोगों की रात की नींद व दिन का चयन छिन चुका है. उन्हें भय सता रहा है कि गाढ़ी मेहनत से खड़ा की गयी इन इमारतों को यदि सरकार ने अतिक्रमित मुक्त करने का निर्णय ले लिया तो उनके आशियाना देखते-देखते ध्वस्त हो जायेंगे.
मालूम हो कि विगत दो से तीन दशक में कई लोगों ने बेतिया राज के जमीन के मैनेजर व बेचने का अधिकार रखने वाले व्यक्ति से भी जमीन की रजिस्ट्री करायी है. अब ऐसे लोगों के चेहरे पर हवाइया उड़ रही है.
17 मई को लोगों को जमा करने हैं अपने कागजात
क्या कहते हैं सदर सीओ
राजस्व बोर्ड के सचिव केके पाठक ने पूरे मामले की सुनवाई करते हुए बेतिया राज की जमीन को लोक भूमि घोषित किया है. वहीं लगभग सात एकड़ जमीन पूर्व में खरीद कर मकान बनाकर रहने वालों को अतिक्रमणकारी घोषित करते हुए उनसे वैध कागजात मांगा है.
वहीं इस मामले में अपर समाहर्ता के न्यायालय में चल रहे मुकदमे में फैसले के आलोक में अपर समाहर्ता के पत्र के आलोक में नोटिस किया गया है. जो वैध कागजात वाले है उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जायेगी. परंतु, अतिक्रमणकारी नहीं बचेंगे.
विजय कुमार सिंह, सीओ, सदर, छपरा
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