छपरा (सदर) : नोटबंदी का व्यापक असर जिले के वाणिज्यिक कर वसूली पर दिख रहा है. दिसंबर माह में 8 करोड़ 95 लाख रुपये की ही वसूली वाणिज्यकर विभाग कर सका है. जिनमें 70 फीसदी हिस्सा उद्गम पर आय की कटौती से ही प्राप्त कर शामिल है. यह जानकारी वाणिज्य कर उपायुक्त सारण शंकर शर्मा […]
छपरा (सदर) : नोटबंदी का व्यापक असर जिले के वाणिज्यिक कर वसूली पर दिख रहा है. दिसंबर माह में 8 करोड़ 95 लाख रुपये की ही वसूली वाणिज्यकर विभाग कर सका है. जिनमें 70 फीसदी हिस्सा उद्गम पर आय की कटौती से ही प्राप्त कर शामिल है. यह जानकारी वाणिज्य कर उपायुक्त सारण शंकर शर्मा ने पूछताछ के दौरान दी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पूर्व ऑटो मोबाइल कंपनियों से प्रतिमाह 80 लाख रुपये तक कर की वसूली होती थी.
परंतु, नोटबंदी के बाद दिसंबर माह में महज 45 से 47 लाख की वसूली ही जिले के विभिन्न ऑटो मोबाइल एजेंसी से हुआ है. वहीं अनाज या अन्य खाद्य सामग्री से प्राप्त कर काफी कम रहा है.
जिले में महज 1605 व्यवसायी देते हैं कर : वाणिज्य कर विभाग के अनुसार जिले में 75 सौ निबंधित व्यवसायी हैं. जिनमें वैट लेने वाले 4205 व्यवसायी विवरणी भरते हैं परंतु, कर महज 1605 ही देते हैं. विभागीय निर्देश के आलोक में एक पैन पर दो व्यवसाय करने वाले तथा वैट से जीएसटी में पंजीयन कराने वाले सात सौ व्यवसायियों का पॉप शनिवार को जिला मुख्यालय को मिल गया है. ऐसी स्थिति में ये व्यवसायी 17 जनवरी तक हर हाल में वैट से जीएसटी में माइग्रेसन का कार्य इंस्टाल करा सकते हैं. यदि ऐसा नहीं करते तो उनका माइग्रेसन स्वत: रद्द हो जायेगा.