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केले के तने से बनेगी पौष्टिक टॉफी
पहल. केले से रेशा निर्माण के लिए मढ़ौरा, मांझी, मशरक के 8 उद्यमियों का हुआ चयन राजीव रंजन छपरा (सदर) : केले के तने(थम) से रेशा तथा बच्चों के लिए पौष्टिक टॉफी बनाने का काम जिले में अगले साल में शुरू हो जायेगा. इसके लिए रेशा बनाने वाले जिले के 8 उद्यमियों का चयन कर […]
पहल. केले से रेशा निर्माण के लिए मढ़ौरा, मांझी, मशरक के 8 उद्यमियों का हुआ चयन
राजीव रंजन
छपरा (सदर) : केले के तने(थम) से रेशा तथा बच्चों के लिए पौष्टिक टॉफी बनाने का काम जिले में अगले साल में शुरू हो जायेगा. इसके लिए रेशा बनाने वाले जिले के 8 उद्यमियों का चयन कर उद्योग विभाग से अत्याधुनिक मशीन के माध्यम से रेशा की जुट एवं कपड़े का धागा बनाने का काम किया जायेगा. उद्यमियों को सरकार 50 से 90 फीसदी तक अनुदान देगी.
रेशा का उपयोग जूट एवं कपड़ों के निर्माण में किया जायेगा : केले के तना से रेशे का निर्माण करने के लिए चयनित उद्यमियों को सरकार से 50 से 90 फीसदी तक अनुदान मिलेगा. प्रत्येक यूनिट पर 8 लाख रुपये की लागत का अनुमान किये जाने की बात जिला उद्योग केंद्र के पदाधिकारी बताते है.
रेशा निर्माण के लिए मढ़ौरा प्रखंड के लिए हथिसार गांव निवासी, अरूण कुमार सिंह, शिवनाथ सिंह, मशरक प्रखंड के सेरुक्हा गंडामन के जितेंद्र किशोर मिश्र, सुरेश प्रसाद, मांझी प्रखंड के बंगरा के नीरज कुमार सिंह, नीलेश कुमार सिंह तथा राकेश कुमार शर्मा शामिल है. जिनके रेशा निर्माण प्लांट लगाने के लिए आवेदन को अनुमोदित कर बिहार सरकार उद्योग निदेशालय को भेज दिया गया है. इन प्लांटों से निर्मित रेशा का उपयोग जूट तथा कपड़े के लिए धागे में मिला कर कपड़ा निर्माण में सहायता मिलेगी तथा केला उत्पादकों को उनके तने के बदले भी अतिरिक्त आय होगी.
तने के बीच के हिस्से से बनेगी टॉफी
उद्योग विभाग के महाप्रबंधक के अनुसार जिले के मशरक प्रखंड के विष्णुपुरा गांव में टॉफी निर्माण फैक्टरी के उद्यमी ओमप्रकाश मिश्र के साथ सेंट्रल इंस्टिच्यूट फॉर रिसर्च ऑन कॉटेन टेक्नॉलोजी मुंबई के वैज्ञानिकों के साथ पूरे मामले पर समझौता हो गया है. जिसके तहत केले के तना के कोमल पार्ट से चॉकलेट बनेगा. पीएमइजीपी के तहत इसका चयन किया गया है. इसके लिए वैज्ञानिक जनवरी माह में छपरा पहुंच कर संबंधित उद्यमियों को आवश्यक प्रशिक्षण देंगे.
जिले में केले के तना से कपड़ा निर्माण के लिए रेशा तैयार करने तथा केले के तना के बीच के कोमल भाग से बच्चों के लिए टॉफी निर्माण के लिए पीएमइजीपी के तहत उद्यमियों का चयन कर लिया गया है. जिन्हें शीघ्र ही आवश्यक प्रशिक्षण देकर रेशा तथा टॉफी तैयार करने का काम किया जायेगा. जिससे केला उत्पादकों के साथ-साथ रेशा व टॉफी निर्माण में जिले के लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा.
रवि भूषण प्रसाद सिन्हा, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, छपरा
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