दिघवारा(सारण) : लोक आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया .नगर व ग्रामीण इलाकों में व्रतियों ने नदी,पोखर आदि में स्नान कर स्वच्छता व अनुशासन के साथ व्रत करने का संकल्प लिया.वहीं पूजा वाले घरों में मिट्टी के चूल्हे पर अरवा चावल,दाल,लौकी की सब्जी समेत सात्विक भोजन तैयार किया गया. व्रती के पारण के बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने भी प्रसाद के रूप में भोजन का सेवन किया ,तो व्रतियों द्वारा आसपास के लोगों के बीच भी प्रसाद का वितरण किया गया.
नहाय खाय को लेकर प्रखंड के गंगा घाटों पर महिला व्रतियों की अत्यधिक भीड़ देखी गयी और हर कोई आस्था भाव के साथ गंगा में डुबकी लगाती दिखी.अम्बिका भवानी घाट आमी,इशुपुर,बोधा छपरा,गोराईपुर,शंकरपुर रोड,बसतपुर, मलखाचक, पिपरा आदि घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ नजर आई.उधर दिन भर कई जगहों पर महिलाएं पूजा में प्रयोग में आने वाले गेंहूं को सुखाती नजर आयी. छठ को लेकर दिघवारा,शीतलपुर व आमी बाजारों में सैकड़ों अस्थायी दुकानें लग गयी है.
इन दुकानों पर पूजन सामग्रियां बेची जा रही है.वही फल बाजारों की रौनक भी बढ़ गयी है.शुक्रवार को केला के दामों में तल्खी दिखी,फिर भी ग्राहकों की भीड़ केला बाजार में नजर आई और ग्राहक खरीदारी में मशगूल दिखे. हाजीपुर, नौगछिया व असम से भारी मात्रा में केला मंगाया गया है,जिस कारण इस साल केला के दाम में अप्रत्याशित उछाल की संभावना काफी कम दिखती है.अमनौर,परसा,मशरख,मढ़ौरा आदि जगहों से पहुंचे ईख से पूरा बाजार पट गया है.अभी ईख के दाम में तेजी है.
बाजार में नारियल के अत्यधिक मात्रा में उतर जाने इस बार इस फल का रेट आम आदमी की पहुँच के अंदर है.सेव,नारंगी,शरीफा जैसे फलों की भी खूब बिक्री हो रही है. कलसुप व टोकरी की दुकानों पर भी भीड़ नजर आ रही है.आर्थिक रूप से मजबूत लोग पीतल के सूप को खरीदते देखे गये हैं.