डेक्सोना,आरएल,डीएनएस,स्लाइनसेट भी नहीं मिल रहा आपातकालीन मरीजों को
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सीएस-डीपीएम के बीच खींचतान ने पकड़ा तूल
डेक्सोना,आरएल,डीएनएस,स्लाइनसेट भी नहीं मिल रहा आपातकालीन मरीजों को छपरा : सीएस डॉ निर्मल कुमार तथा जिला स्वास्थ्य समिति में संविदा पर बहाल जिला कार्यक्रम प्रबंधक धीरज कुमार के बीच चल रही खींचतान ने तूल पकड़ लिया है. डीपीएम द्वारा सरकारी वाहनों का दुरुपयोग करने, सिविल सर्जन के आदेशों की अवहेलना करने, सरकारी कार्यक्रमों की गलत […]
छपरा : सीएस डॉ निर्मल कुमार तथा जिला स्वास्थ्य समिति में संविदा पर बहाल जिला कार्यक्रम प्रबंधक धीरज कुमार के बीच चल रही खींचतान ने तूल पकड़ लिया है.
डीपीएम द्वारा सरकारी वाहनों का दुरुपयोग करने, सिविल सर्जन के आदेशों की अवहेलना करने, सरकारी कार्यक्रमों की गलत रिपोर्टिंग करने के आरोपों की जांच का आदेश राज्य स्वास्थ्य समिति के सचिव सह कार्यपालक निदेशक जितेंद्र श्रीवास्तव ने दिया है. जांच कर कार्रवाई करने की जिम्मेवारी जिलाधिकारी सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष दीपक आनंद को दी गयी है. कार्यपालक निदेशक ने यह कार्रवाई सीएस द्वारा लिखे गये पत्र के आलोक में की है.
इस मामले में जिला सामुदायिक उत्प्रेरक(आशा) व्रजेंद्र कुमार सिंह पर आरोप है कि उनके द्वारा डीपीएम के गलत कार्यों को बढ़ावा देने में सहयोग किया जा रहा है. सिविल सर्जन ने डीपीएम तथा डीसीएम दोनों की संविदा समाप्त करने की अनुशंसा सचिव सह कार्यपालक निदेशक से की गयी है. सीएस द्वारा कार्यपालक निदेशक को लिखे गये पत्र में कहा गया है कि डीपीएम के द्वारा न केवल मौखिक तथा लिखित आदेशों की घोर अवहेलना की जा रही है बल्कि सरेआम लोगों के बीच अफवाह फैलायी जा रही है कि सिविल सर्जन मेरे अनुसार नहीं चलेंगे तो, उनका तबादला करवा रहा हूं.
इतना ही नहीं जिला स्वास्थ्य समिति भवन में डीएम सह समिति के अध्यक्ष के नाम से आवंटित फ्लैट में डीपीएम के रिश्तेदार रह रहे हैं. सरकारी गाड़ी का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग डीपीएम के द्वारा किया जा रहा है. बिना किसी कार्यक्रम तथा पूर्व योजना के मनमाने ढंग से डीपीएम के द्वारा गाड़ी लेकर जिले में भ्रमण किया जाता है और भ्रमण के दौरान की गयी कार्रवाई का प्रतिवेदन जिला स्वास्थ्य समिति और राज्य स्वास्थ्य समिति को अब तक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.
कार्यपालक निदेशक ने डीएम को दिया जांच कर कार्रवाई का आदेश
मामला सिविल सर्जन के आदेशों की अवहेलना करने और सरकारी वाहन, फ्लैट के दुरुपयोग का
डीपीएम पर हैं कई गंभीर आरोप
महिला कर्मियों को दिन भर चेंबर में बैठा कर रखना
कार्यालय के कर्मियों को नौकरी से हटाने की धमकी देना और उनका भयादोहन करना
सरकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों के बारे में सीएस को सही जानकारी नहीं देना
सिविल सर्जन को स्थानांतरित कराने की अफवाह फैलाना
उनके बारे में अधिकारियों को जाकर गलत जानकारी देना
सरकारी वाहन का निजी कार्यों के लिए दुरुपयोग करना
डीएम के नाम से जिला स्वास्थ्य समिति में आवंटित फ्लैट में अपने रिश्तेदारों को रखना
कार्यालय की गोपनीयता भंग करना
कार्यक्रम के प्रबंधन में रुचि नहीं लेना
कार्यालय में अासमाजिक तत्वों का हमेशा जमावड़ा लगा कर रखना
कार्यालय कर्मियों हाजिरी मनमाने ढंग से काट देना
कार्यालय कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करना
कार्यालय की सामाग्री का अपने घर में इस्तेमाल करना
मनमाने ढंग से कार्यालय आना एवं चले जाना और यह कहना कि मुझे रोकनेवाला है कौन?
क्या कहते हैं अधिकारी
राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा जांच के लिए निर्देश दिया गया है. इस मामले में डीपीएम तथा डीसीएम से स्पष्टीकरण पूछे जाने का आदेश दिया गया है. स्पष्टीकरण का जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
दीपक आनंद, डीएम, सारण
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