छपरा (सारण) : बिहार राज्य एंबुलेंस चालक एवं टेक्नीशियन संघर्ष समिति (गोप गुट) के आह्वान पर शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गयी. समिति के आह्वान पर 102 एंबुलेंस चालक एवं इएमटी हड़ताल पर चले गये. राज्यव्यापी हड़ताल के तहत पहले दिन सभी हड़ताली कर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया और ओपीडी के समक्ष धरना दिया. धरना को संबोधित करते हुए सचिव दशरथ कुमार सिंह ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति की गलत नीतियों के कारण संघ को हड़ताल का मार्ग अख्तियार करना पड़ा है.
उन्होंने सभी चालकों तथा इएमटी से एकजुट होकर संघ के द्वारा शुरू किये गये आंदोलन को सफल बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि पूर्णिया मॉडल पर एंबुलेंस का परिचालन रोगियों तथा सरकार के हित में है, लेकिन राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा गलत ढंग से एंबुलेंस का संचालन ठेके पर देने की प्रक्रिया शुरू की गयी है.
उन्होंने रोगी कल्याण समिति के माध्यम से एंबुलेंस संचालन का समर्थन करते हुए समिति से निर्णय वापस लेने की मांग की. साथ ही वर्ष 2013 के सितंबर से लेकर 2014 के फरवरी माह तक के बकाये वेतन आदि का भुगतान कराने की मांग की. इस मौके पर 22 फरवरी को सिविल सर्जन कार्यालय एवं 23 फरवरी को पटना में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. धरना को अध्यक्ष मोबस्सीर हुसैन, विजय कुमार, दीपक सिंह, मंतोष राय, कृष्णा राय, सत्यनारायण साह आदि ने भाग लिया.
नहीं हुआ एंबुलेंस का परिचालन
डायल 102 एंबुलेंस सेवा के चालकों तथा इएमटी के हड़ताल पर जाने से परिचालन ठप रहा. इसका असर प्रसव के लिए अस्पताल आने वाली महिलाओं की सेवा पर पड़ा. निजी वाहनों से मरीजों को अस्पताल लाना पड़ा. जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंबुलेंस खड़ी रही. अस्पताल से डिस्चार्ज महिला मरीजों को भी प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ा.