बनियापुर : खरीफ फसलों की जैसे-तैसे कटाई करने के बाद किसान अब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि रबी फसलों की बोआई कैसे होगी. खेतों से नमी पूरी तरह गायब है. वहीं, जुताई के दौरान उड़ते धूल व फटी दरारें देख किसान अपने को असहाय एवं असहज महसूस कर रहे हैं.
गौरतलब है कि खरीफ मौसम में औसत से काफी कम बारिश होने से धान की फसल पूरी तरह चौपट हो गयी. वहीं, विगत तीन महीने से बारिश नहीं होने से मिट्टी से नमी गायब हो गयी है, जिससे अब रबी फसलों की बोआई एवं अंकुरण पर प्रतिकूल असर पड़ना लाजिमी है. लिहाजा किसान एक बार फिर आसमान की ओर टकटकी लगाये हुए हैं.
डीजल अनुदान नहीं मिलने से रोषकहने को तो इस बार धान के पौधों को सुखाड़ से बचाने के लिए पांच पटवन के लिए डीजल अनुदान की राशि वितरण करने की घोषणा विभाग द्वारा की गयी. मगर प्रखंड क्षेत्र के किसानों को एक पटवन के लिए भी अनुदान की राशि नहीं मिली. जबकि, अनुदान मद की राशि बैंकों की शोभा बढ़ा रही है.
विपीन कुमार सिंह, अमित सिंह, ब्रजभूषण पांडेय, इसनाथ राम, राजबल्लभ राय सहित दर्जनों किसानों का कहना था कि अगस्त महीने में ही डीजल अनुदान के लिए अवेदन जमा कराये गये. मगर, अबतक योजना का लाभ नहीं मिला.अतिरिक्त बोझ पड़ने से किसानों की स्थिति दयनीयअनुभवी किसानों का कहना है कि खेतों से नमी गायब होने के बाद अब एक ही रास्ता है कि बोआई से पूर्व खेतों की सिंचाई की जाये. ऐसे में जहां धान की फसल चौपट होने से आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है.
वहीं, अब बोआई से पूर्व सिंचाई को लेकर अतिरिक्त बोझ पड़ने से किसान चिंतित हैं. नहर में नहीं आया पानी, नलकूप भी बेकारकन्हौली संग्राम गांव की सीमा पर स्थित नहर में इस बार भी पानी नहीं आया. नहर की सफाई नहीं कराये जाने से पूरा नहर बड़े-बड़े खर-पतवार से भरा पड़ा है.
वहीं, नहर के आसपास के सैकड़ों एकड़ में लगे धान के पौधे पानी नहीं मिलने से सूख गये. साथ ही प्रखंड के नलकूप भी बेकार पड़े हैं. क्या कहते हैं पदाधिकारीडीजल अनुदान वितरण में विलंब को लेकर बीएओ सरयू रविदास से बात की गयी, तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि हमारी तरफ से किसानों की सूची बना कर बीडीओ कार्यालय को सौंप दी गयी है.
जबकि, बीडीओ दीपक कुमार से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि चुनाव कार्य को लेकर वितरण में विलंब हुआ है. प्राप्त सूची को जांचोपरांत बैंक में भेज दी गयी है. जल्द ही डीजल अनुदान की राशि किसानों के खाते में चली जायेगी.