वन विभाग ने चलाया अभियान
छपरा (सारण) : शहर के ब्रह्मपुर पुल से लेकर इनई तक एनएच 19 के किनारे दोनों तरफ पौधारोपण कर हरा-भरा बनाया जायेगा. इसके लिए वन विभाग की ओर से कार्य शुरू कर दिया गया है. सड़क किनारे लगाये जा रहे पौधों की सुरक्षा के लिए बांस के गेबियन भी लगाये जा रहे हैं.
जिला मुख्यालय में प्रवेश के पहले आनेवालों को हरे-भरे व हरियाली वाले रास्तों से होकर गुजरने का अवसर मिलेगा. जिले में वृक्षों की संख्या आबादी के अनुपात में बढ़ाये जाने के उद्देश्य से सरकार के निर्देश पर यह योजना शुरू की गयी है. इसके पहले शहर के गांधी चौक से भिखारी मोड़ तक पौधारोपण का कार्य पिछले वर्ष किया गया था.
पौधों की सुरक्षा के लिए लगेगी तार की जाली
शहर के मध्य में स्थित सदर अस्पताल के बाहरी परिसर में चहारदीवारी के अगल-बगल पौधारोपण कराया जायेगा. प्रथम चरण में सदर अस्पताल के आगे चहारदीवारी की बगल में पौधारोपण शुरू किया गया है. पौधों की सुरक्षा के लिए तार की जाली लगायी गयी है.
क्या है उद्देश्य
शहर तथा शहर को जोड़नेवाली सड़कों के किनारे पौधारोपण कराये जाने का मुख्य उद्देश्य आबादी के अनुपात में वृक्षों की संख्या बढ़ाना तथा बढ़ते हुए प्रदूषण के खतरे को कम करना है . इसके अलावा किसानों को नि:शुल्क पौधा उपलब्ध कराने के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में नर्सरियों में पौधा उगाया गया है.
वृक्षों को कटने से बचाने का हो प्रयास: डीएम
छपरा : वृक्षों की लगातार कटाई से पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ना चिंता का विषय है. ऐसी स्थिति में वृक्ष लगाने एवं वृक्षों के नष्ट होने से बचाने की दिशा में जागरूकता का प्रयास किया जाना चाहिए. ये बतों डीएम दीपक आनंद ने शुक्रवार को स्थानीय सेवा सदन नेत्रहीन विद्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम करने के बाद कही.
इस अवसर पर सेवा सदन के महासचिव सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि एक वृक्ष लगाना 100 गारीबों को भोजन देने के बराबर है. इस अवसर पर डीएम नेत्रहीन विद्यालय के बच्चों से ब्रेल लिपि में पुस्तक पढ़वाने के साथ-साथ उनकी बेहतरी को लेकर चर्चा की. इस अवसर पर सुभाषचंद्र श्रीवास्तव, मनोरंजन कुमार सिन्हा उपस्थित थे.
क्या कहते हैं अधिकारी
शहर तथा जिले को हरा-भरा बनाने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं बनायी गयी हैं, जिसके तहत ब्रह्मपुर पुल से इनई तक एनएच के किनारे पौधारोपण किया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य बढ़ती हुई आबादी के अनुपात में वृक्षों की संख्या बढ़ा कर वन घनत्व को बढ़ाया जाना है.
लाला प्रसाद,
वनों के क्षेत्र पदाधिकारी, सारण