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स्मार्ट कार्ड के अभाव में ठप है ड्राइविंग लाइसेंस व ऑनर बुक का कार्य
छपरा (सारण) : स्मार्ट कार्ड के अभाव में ड्राइविंग लाइसेंस तथा ऑनर बुक बनाने का कार्य ठप है. राज्य मुख्यालय से कार्ड उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करनेवालों को स्मार्ट कार्ड नहीं मिल रहा है. वाहनों का निबंधन करानेवालों को भी ऑनर बुक के बदले स्मार्ट कार्ड दिये जाने […]
छपरा (सारण) : स्मार्ट कार्ड के अभाव में ड्राइविंग लाइसेंस तथा ऑनर बुक बनाने का कार्य ठप है. राज्य मुख्यालय से कार्ड उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करनेवालों को स्मार्ट कार्ड नहीं मिल रहा है. वाहनों का निबंधन करानेवालों को भी ऑनर बुक के बदले स्मार्ट कार्ड दिये जाने का प्रावधान है. जिला परिवहन कार्यालय में स्मार्ट कार्ड के लिए आवेदन करनेवालों की संख्या करीब दस हजार है, जो स्मार्ट कार्ड हासिल करने के लिए परेशान हैं.
राज्य मुख्यालय से नहीं आया कार्ड : ड्राइविंग लाइसेंस तथा ऑन बुक निर्गत करने के लिए स्मार्ट कार्ड की आपूर्ति राज्य मुख्यालय से नहीं हो रही है. इस वजह से अभ्यर्थियों को स्मार्ट कार्ड नहीं मिल रहा है. करीब चार माह से यह स्थिति बनी हुई है. लगभग दस हजार अभ्यर्थी ऑनर बुक का स्मार्ट कार्ड तथा ड्राइविंग लाइसेंस के स्मार्ट कार्ड के लिए प्रतीक्षा में हैं.
प्रधान सचिव ने दिया निर्देश :कार्ड उपलब्ध नहीं होने तक अभ्यर्थियों को ड्राइविंग लाइसेंस तथा ऑनर बुक के स्मार्ट कार्ड की वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत स्मार्ट कार्ड की तरह ही कागज पर बना हुआ ड्राइविंग लाइसेंस और ऑनर बुक निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस प्रक्रिया के प्रारंभ होने से अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है. पहले से लंबित सभी आवेदनों के आलोक में कागज पर ही ड्राइविंग लाइसेंस और ऑन बुक निर्गत किया जायेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
कार्ड के अभाव में स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस तथा स्मार्ट ऑनर बुक निर्गत नहीं हो रहा है. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कागज पर उसी तरह का लाइसेंस और ऑन बुक निर्गत किया जा रहा है जो छह माह तक मान्य रहेगा. कार्ड आने के बाद उसे स्मार्ट कार्ड में परिवर्तित किया जायेगा.
श्याम किशोर सिन्हा
जिला परिवहन पदाधिकारी, सारण
क्या है उद्देश्य
ड्राइविंग लाइसेंस तथा ऑन बुक के स्मार्ट कार्ड निर्गत करने का मुख्य उद्देश्य जालसाजी व फर्जीवाड़ा रोकना है. फर्जी ऑनर बुक तथा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के प्रचलन को रोकने के उद्देश्य से यह व्यवस्था की गयी है. इस व्यवस्था के तहत निर्गत किये जानेवाले स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस तथा स्मार्ट ऑनर बुक में फेरबदल करने और जालसाजी करने की गुंजाइश नहीं के बराबर है. स्मार्ट कार्ड निर्गत करने के लिए अभ्यर्थियों के दसों अंगुलियों का प्रिंट बायोमीटरिक सिस्टम से लिया जाता है और अभ्यर्थी को स्वयं उपस्थित होना पड़ता है.
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