छपरा (कोर्ट) : मकेर थाना क्षेत्र के बाढ़ी चक सुरेमन डीह निवासी व माओवादी संगठन के जोनल कमांडर चंदेश्वर सहनी उर्फ प्रहार एक कुख्यात माओवादी ही नहीं, बल्कि संगठन के लिए लेवी के रूप में राजस्व संग्रह करने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते थे. जरूरत के हिसाब से वे अपना कार्य रूप बदला करते थे.
एक तरफ यह विस्फोट करनेवाले दस्ते का नेतृत्व करते थे, तो दूसरी ओर विभिन्न ठेकेदारी, एवं निजी कंपनियों से लेवी लेने का भी काम करते थे. उक्त जानकारी सारण एसपी सुजीत कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि इसका कार्य क्षेत्र मकेर, परसा, अमनौर, पानापुर, भेल्दी, गड़खा, नयागांव के ही मुजफ्फरपुर के सरैया समेत आय थाना क्षेत्र है.
इस पर मकेर में दो तथा पानापुर में एक हत्या के मामले दर्ज है, तो 15 मामले विस्फोटक पदार्थ अधिनियम एवं सीएलए एक्ट के साथ ही चोरी, लूट, रंगदारी, अपहरण, डकैती, आर्म्स एक्ट आदि के कुल 18 मामले अब तक सामने आये हैं और चंद्रशेखर द्वारा इन सभी मामलों में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की गयी है.
एसपी श्री कुमार ने बताया कि चंदेश्वर की गिरफ्तारी के लिए लगभग एक दर्जन थाना की पुलिस कई बार प्रयास कर थक चुकी थी. परंतु यह गिरफ्त में नहीं आ रहा था. उसे परसा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसकी गिरफ्तारी से जहां निजी कंपनियों के अधिकारी एवं आम जन चैन की सांस लेंगे, वहीं पुलिस भी कम राहत महसूस नहीं करेगी.
उन्होंने बताया कि चंदेश्वर उर्फ प्रहार पर मकेर थाने में 6, पानापुर थाने में 4, भेल्दी थाने में 2, अमनौर, परसा, गड़खा और नयागांव थानों में एक -एक के अलावा मुजफ्फरपुर के सरैया थानों में एक मामला दर्ज है. एसपी ने बताया कि माओवादी चंदेश्वर पूर्व में पकड़े गये माओवादी नकूल, पवन व विजय से अलग हट कर है. क्योंकि वे सब या तो दस्ते में कार्य करते थे या फिर योजना तैयार करते थे. परंतु, चंदेश्वर दोनों ही कार्य को करता था.
जिसका प्रमाण अमनौर व नयागांव में लेवी नहीं मिलने पर वाहनों को उड़ाने की बात उसने स्वीकार की है. उन्होंने चेदेश्वर पर 24 घंटे के अंदर चार्ज सीट तैयार करने व न्यायालय में सुपूर्द करने का आदेश परसा थानाध्यक्ष मनीष कुमार को दिया है. साथ ही इसपर अन्य थानों में दर्ज मामले की भी जानकारी हासिल की जा रही है.
* मुजफ्फरपुर व सारण रहा है कार्य क्षेत्र
* जरूरत के हिसाब से बदलते थे अपना कार्य रूप
* प्रहार ने सभी मामलों में स्वीकारी अपनी संलिप्तता