छपरा (सदर) : प्रभात खबर की ओर से बालू के अवैध खनन के खिलाफ लगातार मुहिम चलाने के बाद प्रशासन का रवैया सख्त नजर आ रहा है. अब छपरा के डोरीगंज तथा अन्य विभिन्न घाटों पर प्रशासन ने बालू का चालान जारी करने पर खनन विभाग ने रोक लगा दी है.
जिला खनन पदाधिकारी महेश्वर पासवान के अनुसार एक जून 2017 के बाद बिहार सरकार के खनन विभाग के वेबसाइट से ही इ चालान जारी होता था. परंतु, बालू के कारोबारियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद विभाग ने शनिवार की रात पटना स्थित कार्यालय से संपर्क कर चालान जारी करने पर रोक लगा दी. खनन पदाधिकारी महेश्वर पासवान के अनुसार संबंधित ठेकेदार को निर्देश दिया गया है कि बालू के अवैध खनन एवं अवैध पार्किंग को बरदाश्त नहीं किया जायेगा.
वहीं सारण जिले के इ चालान के वेबसाइट को भी पटना से ही लॉक कर दिया गया है. सरकार ने एक जुलाई 2017 से 30 सितंबर 2017 तक बालू के खनन पर रोक लगा दी है. खनन पदाधिकारी की माने तो कुछ धंधेबाजों की कारगुजारियों के कारण बालू के अवैध धंधे की सूचना जब मिली, तो प्रशासन ने पूरे मामले में जांच करायी. जांच के बाद एक जहां सीओ-बीडीओ को इस धंधे में लगे लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. साथ-साथ शाम पांच बजे से सुबह छह बजे तक नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगा दी है. वहीं बालू खनन के प्राधिकृत एजेंसी को भी हिदायत दी है कि इस मामले में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पकड़ी जाती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. खनन पदाधिकारी ने दावा किया कि इ चालान मिलना बंद होने के बाद बालू के अवैध धंधे पर निश्चित तौर पर लगाम लगा है.