24 घंटे में छह डिग्री सेल्सियस नीचे उतरा दिन का तापमान
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सामान्य से 10 डिग्री नीचे लुढ़का पारा
24 घंटे में छह डिग्री सेल्सियस नीचे उतरा दिन का तापमान न्यूनतम तापमान भी आधा डिग्री सेल्सियस नीचे पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फवारी का उत्तर बिहार पर असर समस्तीपुर : ध्रुवीय प्रदेशों में चलने वाली हवा की रफ्तार तेज हो गयी है. इसके साथ ही पूर्वोत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी भी शुरू […]
न्यूनतम तापमान भी आधा डिग्री सेल्सियस नीचे
पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फवारी का उत्तर बिहार पर असर
समस्तीपुर : ध्रुवीय प्रदेशों में चलने वाली हवा की रफ्तार तेज हो गयी है. इसके साथ ही पूर्वोत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी भी शुरू है. इसने मौसम के मिजाज को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है. इसका सीधा असर उत्तर बिहार में दिख रहा है. बीते चार दिनों से जारी शीत लहर अब कहर बरपाने के मूड में है. पिछले 24 घंटे के अंदर अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 10 डिग्री सेल्सियस नीचे लुढक आया है. न्यूनतम तापमान में भी आधा डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विभाग के मुताबिक ध्रुवीय प्रदेशों में आम तौर पर पछुआ हवा सामान्य रफ्तार से चला करती है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसमें इजाफा हुआ है.
देश के पूर्वोत्तर इलाके और हिमालय से सटा हुआ इलाका होने के कारण उत्तर बिहार को यह सीधे-सीधे प्रभावित करता है. यही वजह है कि अचानक सर्दी में जबर्दस्त इजाफा हुआ है. आमतौर पर दिसंबर के दूसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान 22.5 व न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस सामान्य होता है. लेकिन इस वर्ष इस अवधि में पारा जबर्दस्त तरीके से नीचे लुढ़का है. गुरुवार को अधिकतम तापमान 14.8 व न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रहा. चौबीस घंटे के अंदर अधिकतम तापमान में करीब छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. बीते करीब 10 वर्षों में आठ दिसंबर को इतना कम तापमान नहीं रहा.
वातावरण में नमी अधिक होने के कारण घना कुहासा छा रहा है. दिन के समय में कुहासा ऊपर की ओर चढ़ कर बादल का रूप धर रहा है. इसके कारण गुरुवार को दिन भर सूरज के दर्शन नहीं हुए. मौसम विभाग का कहना है कि पछुआ हवा भी लगातार औसतन तीन किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है. इसके कारण शीत लहर में वृद्धि जारी रहेगी.
रिफंड लेने में यात्रियों को हो रही है परेशानी
ट्रेनों के रद्द होने व चार घंटे से अधिक विलंब होने पर यात्रियों को फुल पैसा रिफंड करने का प्रावधान है. लेकिन रिजर्वेशन में ट्रेनों का ऑटो मैटिक फिडिंग नहीं होने के कारण यात्रियों को रिफंड के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. सूत्रों ने बताया कि जब यात्री रिफंड लेने के लिए रिजर्वेश काउंटर पर पहुंचते हैं, तो रिजर्वेशन क्लर्क यह कह कर यात्री को वापस कर देते हैं कि अभी ट्रेन के रद्द होने की फिडिंग नहीं हुई है.
दिसंबर में तापमान पर एक नजर
तिथि अधिकतम न्यूनतम
एक दिसंबर 28.5 14.4
दो दिसंबर 28.0 15.2
तीन दिसंबर 27.2 14.2
चार दिसंबर 27.0 14.0
पांच दिसंबर 22.5 12.2
छह दिसंबर 21.0 12.8
सात दिसंबर 20.5 10.4
आठ दिसंबर 14.8 9.6
नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में.
आठ के तापमान पर एक नजर
वर्ष अधिकतम न्यूनतम
2010 27.1 10.5
2011 22.9 14.9
2012 24.8 10.9
2013 27.8 10.6
2014 22.8 10.8
2015 22.5 13.4
2016 14.8 9.6
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