समस्तीपुर : वर्ष 2004 में जिले में शाहिद फिरोज गिरोह का दबदबा चरम पर था. उसी वक्त सदर डीएसपी के पद पर सुशील कुमार की तैनाती हुई थी. तैनाती के बाद ही सुशील कुमार ने इस गिरोह पर अपनी नजर रखनी शुरू कर दी. सूत्र से जानकारी मिलने के बाद एक दिन डीएसपी सुशील पुलिस बल के साथ बघौनी में छापेमारी करने पहुंच गये थे. जहां मौके पर मौजूद अपराधियों ने उनके उपर बम से हमला किया था. इसमें डीएसपी बाल बाल बच गये थे.
इस मामले में शाहिद फिरोज गिरोह का नाम सामने आया था. बाद में सुशील कुमार ने ही शाहिद को गिरफतार किया था. उस दौर में इस गिरोह को सीवान के तत्कालीन सांसद मो. शहाबुद्दीन का वरदहस्त होने की बात भी गाहे बगाहे सामने आती रहती थी. जानकार बताते है कि इधर कुछ वर्षो से शाहिद अपने घर पर ही रहा करता था.