समस्तीपुर : भारतीय रेल को आस्ट्रेलिया की तकनीक से दुर्घटना रहित बनाया जायेगा. इसके लिए भारतीय रेल वहां की सुरक्षा प्रणाली का इस्तेमाल करेगी. रेल डिजायन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) ने इस बाबत हरी झंडी दे दी है. हालांकि, विदेशी सुरक्षा प्रणाली अपनाने से पहले रेलवे इंजीनियर उसका जायजा लेने जल्द ही आस्ट्रेलिया जायेंगे. इस बाबत […]
समस्तीपुर : भारतीय रेल को आस्ट्रेलिया की तकनीक से दुर्घटना रहित बनाया जायेगा. इसके लिए भारतीय रेल वहां की सुरक्षा प्रणाली का इस्तेमाल करेगी. रेल डिजायन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) ने इस बाबत हरी झंडी दे दी है. हालांकि, विदेशी सुरक्षा प्रणाली अपनाने से पहले रेलवे इंजीनियर उसका जायजा लेने जल्द ही आस्ट्रेलिया जायेंगे. इस बाबत सभी रेल मंडलों से अच्छे इंजीनियरों की जानकारी 15 दिसंबर तक मांगी गयी है.
यह नाम पहुंचते ही रेलवे इंजीनियरों का टूर तय किया जायेगा. पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ एके रजक ने बताया कि आस्ट्रेलिया की ट्रेनों में डिजटल टेक्नोलॉजी इंटरनेशनल आर्थर कांस्टेनियों नामक सुरक्षा प्रणाली काम कर रही हैं. इसके कारण आस्ट्रेलिया में ट्रेन हादसों का आंकड़ा एक फीसदी भी नहीं है.
ठीक उलट, फिलहाल भारत के पास कोई कारगर तकनीक नहीं है. अंगरेजों के जमाने का ढर्रा चला आ रहा है. नतीजा, ट्रेन हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हर साल सैकड़ों लोग मारे जाते हैं. आस्ट्रेलिया की एक टीम पिछले दिनों आरडीएसओ पहुंची थी. भारतीय ट्रेनों को गहनता से परखा. भारतीय रेल की सिग्नल प्रणाली पसंद आई थी. टीम ने उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे रेल मंडलों की यात्री सुविधाएं भी जानी. साथ ही आस्ट्रेलिया रेलवे स्टेशनों की यात्री सुविधाओं को भी बताया.