समस्तीपुरः जिला परिषद अध्यक्ष विजय लक्ष्मी देवी के विरुद्ध लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर राजनीतिक सरगरमी तेज हो गयी है. प्रस्ताव पर बहस के लिए अब जब कि महज 24 घंटे शेष बचे हैं. ऐसे में पक्ष-विपक्ष अपना समर्थन जुटाने की जी-तोड़ कोशिश में जुटे हैं. इसको लेकर विरोधी खेमा जिला मुख्यालय से करीब 40 किलो मीटर दूर दो ध्रुवों पर खिचड़ी पकाने में जुटा है. जिसकी सुगंध अब मुख्यालय तक पहुंचने लगी है. वहीं जिला परिषद अध्यक्ष खेमे के सदस्य भी अपना पक्ष और मजबूत करने के लिए विरोधी खेमे के सदस्यों पर डोरे डालने में जुटी है.
इसमें किसको कितनी सफलता मिलती है, इसका खुलासा तो मंगलवार को होने वाली विशेष बैठक के बाद ही हो पायेगा. वैसे दोनों पक्ष अपनी जीत के प्रति पूरी तरह आश्वास्त नजर आ रहे हैं. वैसे कुछ सदस्य सदन के अंदर ही अपना पत्ता खोलने का मन बना कर फिलहाल जुबान बंद कर रखी है. जिसके कारण अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अब तक स्थिति पूरी तरह साफ होती नजर नहीं आ रही है. यदि ऐसे सदस्यों की संख्या बढ गयी तो दोनों ही खेमे की मुश्किलें बढ़ सकती है. सूत्र बताते हैं कि जिला परिषद उपाध्यक्ष रघुवर राय पर लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कई दिनों तक चले अटकलों पर विराम लगने के महज कुछ ही दिनों बाद जिला परिषद अध्यक्ष पर लगे अविश्वास प्रस्ताव से जिला परिषद फिर से सुर्खियों में आ गया है. जिला परिषद सदस्य रेणु राज की ओर से अध्यक्ष पर लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के बाद जिले के पूर्वी छोड़ पर विरोधी खेमे के एक सदस्य ने कमान संभाल रखी है तो दक्षिणी-पूर्वी छोड़ पर भी सदस्य ने मोर्चा संभाल रखा है. हालांकि दोनों ही खेमे फिलहाल कुछ भी बोलने की बजाय अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटा है.
इधर, जिप अध्यक्ष खेमा भी अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वास है. इसमें दलीय समीकरणों पर भी गुटों की पैनी निगाह जमी हुई है. जिसके कारण अविश्वास प्रस्ताव को लेकर होने वाली बैठक दिलचस्प होने के पक्के आसार नजर आ रहे हैं.
एक को विशेष बैठक
जिला परिषद विजय लक्ष्मी देवी पर लगे अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आगामी 1 अक्टूबर को विशेष बैठक बुलायी गयी है. दिन के 11 बजे से आरंभ होने वाली बैठक की जानकारी सदस्यों को भेजी गयी है. सुरक्षा के कड़े प्रबंध भी किये गये हैं. जगह-जगह दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों के साथ सशस्त्र बलों की तैनाती करने का आदेश निर्गत कर दिया गया है.