समस्तीपुर : स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक डीएम प्रणव कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में मंगलवार को हुई. इसमें नियमित टीककरण, संस्थागत प्रसव, सिजेरियन प्रसव, आउटडोर इंडोर पैसेेंट की स्थिति, दवा की उपलब्धता, डॉक्टरों की उपस्थिति, आशा की सक्रियता, राष्टीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय टी़ बी़ नियंत्रण कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना, फाइलेरिया, एचआइवी़, मलेरिया आदि बिंदुओं पर गहन समीक्षा की गयी. समीक्षा के दौरान डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिये.
डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों को जन जन तक प्रचारित प्रसारित करें तथा बेहतर स्वास्थ्य सेवा बहाल करने की दिशा में काम करें. यह तभी संभव है जब सतत एवं प्रभावी मॉनीटरिंग की व्यवस्था जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर होगी. टीकाकरण का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करें तथा कोई भी बच्चा इससे वंचित नहीं रहे, इसका ध्यान रखें. गर्भवती मां के स्वास्थ्य एवं पोषण पर विशेष ध्यान देने की बात भी डीएम ने कही.जिससे मातृत्व एवं शिशु मृत्यु दर में कमी हो तथा स्वस्थ बच्चे का विकास हो.
जिलाधिकारी ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में छूटे हुए बच्चों का टीका कराकर शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश भी दिया. उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से कहा कि प्रसव के उपरांत जच्चा बच्चा के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के समय ही अभिभावक को उसी दिन शिशु का जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाय. दो से छह जुलाई तक पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान को लेकर भी उन्होंने निर्देश दिया. बैठक में प्रखंडवार उपलब्ध आवंटन तथा व्यय की स्थिति की समीक्षा भी की. उन्होने कहा कि कर्मियों के मानदेय तथा अन्य लबित राशि का भुगतान कर दे तथा प्रतिवेदन सीएस को भेजें.बैठक में सिविल सर्जन डॉ़ अवध कुमार,एसीएमओ डॉ घनश्याम झा, डीआईओ डॉ सतीश कुमार सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे.