सिमरी : सलखुआ प्रखण्ड अंतर्गत पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर दियारा-फरकिया के कबीरा धाप बाजार हटिया को दो दबंग ठिकेदार के गुलामी के जंजीर से मुक्त कराने को लेकर धाप बाजार वासियो ने जिला अधिकारी समेत अन्य उच्च अधिकारी को आवेदन दे कर मुक्त कराने की गुहार लगाई है. जिलाधिकारी समेत अन्य उच्च अधिकारी को प्रेषित आवेदन में कहा गया है
कि बिहार सरकार के सड़क किनारे बसे हुए दियारा फरकिया के धाप बाजार हटिया के दुकानदार को सरकारी रेट के अनुसार वार्षिक दर फिक्स कर नाजिर रसीद मुहैया करा कर सरकार अपना लगान ले. प्रेषित आवेदन में बजारवासी राकेश कुमार, राजकुमार, रंजीत पौधार, उमेश सिंह, सलिन्दर महतो, भोला सिंह, छोटेलाल महतो, राजनंदन राम, सज्जन कुमार ठाकुर, रामप्रवेश ठाकुर, दिलीप भगत, राजेश कुमार महतो, मो मुस्तकीम, मो रजी आलम, अरविन्द चौधरी, उदेश महतो, राजेश महतो, सुनील कुमार यादव, कुमार विजय रंजन, सज्जन कुमार, विद्यानन्द महतो, लम्बोदर कुमार, शोभाकांत झा समेत करीब नौ दर्जन से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर व निशानयुक्त आवेदन दे कर न्याय की गुहार लगाई है. आवेदन में कहा गया है
कि वर्षों से कबीरा धाप बाजार हटिया ठेकेदार के गुलामी के जंजीर में जकड़ा रहा है. जिस पर पूर्व से दो पक्षों के ठेकेदार द्वरा वसूली किया जाता रहा है और जिस कारण स्थानीय दुकानदार का शोषण होता रहा है और दुकानदारों को प्रताड़ित करना आम बात है. इसलिए ठेकेदार से मुक्ति दिलाने हेतु विभागीय पदाधिकारी इस समस्या का समाधान कराये ताकि बाजारवासियों को गुलामी की जंजीर से मुक्ति मिल सके. हालांकि विगत वर्ष अंचलाधिकारी द्वारा सर्वे कर जिला उप विकास आयुक्त सहरसा को समर्पित किया गया था. लेकिन अब तक उसका परिणाम शून्य ही है. नाम नहीं छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि कोसी दियारा फरकिया का मुख्य बाजार कबीरा धाप ही है, जहां से फरकिया क्षेत्र में बसे सैकड़ो गांव वासी हटिया से खरीददारी करते है. जिस कारण वर्षो पूर्व से हटिया के आमदनी को देखते हुए दबंगों की नजर टिकी रहती है और जिस कारण आपसी गैंगवार का डर सबको सता रहा है.