कहरा : पिछले 10 दिनों से अपनी मांगों को लेकर पठन पाठन कार्य को छोड़ हड़ताल पर गये नियोजित शिक्षकों द्वारा विद्यालय में व्यावधान डालने पर सख्त कार्रवाई का निर्देश जारी किया गया है. मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र के बिहार प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा समान काम के बदले समान वेतन को लागू कराने के लिए प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों नियोजित शिक्षक पठन पाठन कार्य छोड़ हड़ताल पर चले गये हैं. जिसके कारण उक्त विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा है
. प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में नियमित शिक्षकों द्वारा ही विद्यालय में शिक्षण कार्य जारी रखा गया है. हड़ताल के शुरू में हड़ताली शिक्षकों द्वारा कुछ विद्यालयों में तालाबंदी सहित शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कार्य कर रहे शिक्षकों को अपने समर्थन में शिक्षण कार्य का बहिष्कार करने का दवाब दिया गया था. नियोजित शिक्षकों में भी दो फाड़ हो जाने के कारण अधिकांश नियोजित शिक्षक अपने शिक्षण कार्य में लगे हुए हैं. वहीं कई पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि एवं बुद्धिजीवी समाजसेवी द्वारा विद्यालय के शिक्षण कार्य को सुचारू रखने के लिए आगे आकर हड़ताली नियोजित शिक्षकों के विरोध में खड़े हो रहे हैं.
सुलिंदाबाद मध्य विद्यालय में गुरुवार को पंचायत की मुखिया तलत परवीन, सरपंच शबनम कुमारी और पूर्व मुखिया प्रदीप पासवान सहित समाजसेवी संजय ठाकुर, अवधेश सिंह, बिहारी सादा, नीरज कुमार, शम्स इजरायल, ज्योति देवी आदि के सहयोग से हड़ताली शिक्षकों को विद्यालय से अलग रखने की सलाह देते हुए कहा गया कि शिक्षकों अपनी मांगों के समर्थन में प्रखंड मुख्यालय या जिला में धरना प्रदर्शन कर सकते हैं. जिससे बच्चों के भविष्य पर असर न पड़े. वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशर्फी साहनी ने बताया कि बिना सूचना के हड़ताल पर गये शिक्षकों पर विधिसम्मत कार्रवाई होगी. वहीं किसी शैक्षिक संस्थान में व्यवधान डालने पर शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश सभी प्रधानाध्यापक को दिया गया है.