उम्मीद. पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर करोड़ों की लागत से बन रहा पुल
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जुलाई तक तैयार हो जायेगा डुमरी पुल
उम्मीद. पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर करोड़ों की लागत से बन रहा पुल पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर बन रहे डुमरी जुगाड़ पुल का निर्माण जोर-शोर से जारी है. उम्मीद है जुलाई तक पुल बन कर तैयार हो जायेगा. सिमरी : बीते डेढ़ महीने से जुगाड़ पुल के कटाव की जद […]
पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर बन रहे डुमरी जुगाड़ पुल का निर्माण जोर-शोर से जारी है. उम्मीद है जुलाई तक पुल बन कर तैयार हो जायेगा.
सिमरी : बीते डेढ़ महीने से जुगाड़ पुल के कटाव की जद में बार-बार आने के बाद से एक बार फिर डुमरी पुल निर्माण की ओर सभी की नजर चल गयी है. जानकारी अनुसार डुमरी पुल के क्षतिग्रस्त पाये को तोड़ कर नये पुल का निर्माण युद्धस्तर पर जारी है. पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर बन रहे पुल का निर्माण जोर-शोर से जारी है. करोड़ों की लागत से बन रहे इस पुल का आधा से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. पुल का निर्माण दो पायों पर ही किया जाना है. जिन्हें धंसाने का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही पाया संख्या एक के ऊपरी हिस्से का निर्माण कार्य भी शुरू है. पुल निर्माण से जुड़े अधिकारी बताते हैं
कि बाढ़ का पानी लौटने के बाद से यहां युद्धस्तर पर निर्माण कार्य जारी है. सबकुछ ठीक रहा तो सेतु का काम जुलाई तक में पूरा कर लिया जायेगा. वहीं प्रभात खबर से बातचीत में पुल निर्माण कर रही एस पी सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के के रंजन ने कहा कि पुल निर्माण कार्य जोर-शोर से जारी है, दोनों पाये को धंसाने का कार्य पूरा कर लिया गया है और कोसी-बागमती की कृपा रही तो जुलाई तक सेतु बनकर तैयार हो जायेगा. जानकार बताते हैं कि निर्माण हो रहा यह पुल कोसी की शान होगा. 290 मीटर का केबल स्टे ब्रिज कोसी इलाके को खगड़िया से जोड़ेगा. इसके लिए डुमरी पुल के आठ पाये को तोड़ा गया है.
डुमरी पुल के पाया नंबर 12 से 75 मीटर दूर एक पाया एवं पाया नंबर 21 से 75 मीटर अंदर एक पाया का निर्माण किया जा रहा है.
पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर बन रहे डुमरी जुगाड़ पुल का निर्माण जोर-शोर से जारी है. उम्मीद है जुलाई तक पुल बन कर तैयार हो जायेगा.
सिमरी : बीते डेढ़ महीने से जुगाड़ पुल के कटाव की जद में बार-बार आने के बाद से एक बार फिर डुमरी पुल निर्माण की ओर सभी की नजर चल गयी है. जानकारी अनुसार डुमरी पुल के क्षतिग्रस्त पाये को तोड़ कर नये पुल का निर्माण युद्धस्तर पर जारी है. पटना के चिड़ैयाटांड़ पुल की तर्ज पर बन रहे पुल का निर्माण जोर-शोर से जारी है. करोड़ों की लागत से बन रहे इस पुल का आधा से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. पुल का निर्माण दो पायों पर ही किया जाना है. जिन्हें धंसाने का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही पाया संख्या एक के ऊपरी हिस्से का निर्माण कार्य भी शुरू है. पुल निर्माण से जुड़े अधिकारी बताते हैं
कि बाढ़ का पानी लौटने के बाद से यहां युद्धस्तर पर निर्माण कार्य जारी है. सबकुछ ठीक रहा तो सेतु का काम जुलाई तक में पूरा कर लिया जायेगा. वहीं प्रभात खबर से बातचीत में पुल निर्माण कर रही एस पी सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के के रंजन ने कहा कि पुल निर्माण कार्य जोर-शोर से जारी है, दोनों पाये को धंसाने का कार्य पूरा कर लिया गया है और कोसी-बागमती की कृपा रही तो जुलाई तक सेतु बनकर तैयार हो जायेगा. जानकार बताते हैं कि निर्माण हो रहा यह पुल कोसी की शान होगा. 290 मीटर का केबल स्टे ब्रिज कोसी इलाके को खगड़िया से जोड़ेगा. इसके लिए डुमरी पुल के आठ पाये को तोड़ा गया है.
डुमरी पुल के पाया नंबर 12 से 75 मीटर दूर एक पाया एवं पाया नंबर 21 से 75 मीटर अंदर एक पाया का निर्माण किया जा रहा है.
जुगाड़ पुल का इतिहास काफी पुराना है. बताते चलें कि वर्ष 2010 में बीपी मंडल सेतु क्षतिग्रस्त होने के बाद नाविकों ने 54 नौकाओं को जोड़कर जुगाड़ पुल का निर्माण कर वाहनों को आर-पार कराया था. इसके बाद बिहार राज्य पुल निगम के द्वारा वर्ष 2011 में 17 करोड़ की लागत से स्टील पाइल ब्रिज का निर्माण करवाया गया. जो अगस्त 2014 में कोसी की तेज धारा में बह गया. वह अभी तक क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है. वहीं 1 अप्रैल 2015 को बीपी मंडल सेतु जीर्णोद्धार कार्य के संवेदक ने सेतु को सील कर मरम्मत कार्य आरंभ कर दिया, जो चल रहा है. सेतु को तोड़ने के बाद लोगों का पैदल चलना भी बंद हो गया तथा एकमात्र सहारा नौका बनी. इस बीच नाविकों ने दोबारा 2015 में 42 नौकाओं को जोड़कर जुगाड़ पुल तैयार किया. कोसी-बागमती में पानी बढ़ने बाद जुगाड़ पुल को हटाया गया. इसके बाद वर्ष 2016 में 84 नौकाओं को जोड़कर नौका पुल तैयार किया गया. बारिश में नदी के जलस्तर में वृद्धि बाद इसे हटाया गया. पुन: इस वर्ष 47 नौकाओं को जोड़कर जुगाड़ पुल तैयार करने में नाविकों ने सफलता हासिल कर ली. 20 फीट चौड़ा 3 सौ मीटर लंबा जुगाड़ पुल को बनाने में एक पखवाड़ा का समय लगा था. जुगाड़ पुल तैयार करने वाले नाविकों के अनुसार कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने तक यानि मई 2017 तक इस पुल का संचालन होगा. जुगाड़ पुल पर 5 से 7 टन वजन क्षमता वाले हल्का वाहन आसानी से आर-पार कर रहे थे. लेकिन बीते डेढ़ महीने से जुगाड़ कटाव का दंश झेल रहा है और इसके सुचारू परिचालन से ज्यादा इसके ठप होने की खबरें स्थानीय मीडिया में ज्यादा सुर्खियां बनती है.
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