अनाथालय में संचालक व दामाद के साथ भटकी मूक लवंगी देवी.
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आरा निवासी मूक महिला को दामाद ले गया अपने साथ
अनाथालय में संचालक व दामाद के साथ भटकी मूक लवंगी देवी. 13 नवंबर से अनाथालय में रह रही थी, पहचान के लिए था सिर्फ पुत्र का स्मार्ट कार्ड डीएम के प्रयास पर पुत्र के स्मार्ट कार्ड से चला उसके घर का पता आरा के वार्ड नंबर 23 की निवासी है मूक लवंगी देवी सहरसा : […]
13 नवंबर से अनाथालय में रह रही थी, पहचान के लिए था सिर्फ पुत्र का स्मार्ट कार्ड
डीएम के प्रयास पर पुत्र के स्मार्ट कार्ड से चला उसके घर का पता
आरा के वार्ड नंबर 23 की निवासी है मूक लवंगी देवी
सहरसा : बीते 29 दिसंबर को प्रभात खबर के अंक में ‘हाथों में हेल्थ कार्ड, नजर को है अपनों की तलाश’ शीर्षक से प्रकाशित खबर पर जिला पदाधिकारी ने संज्ञान लिया और महीनों से भटक रही गूंगी महिला अपने परिवार वालों से मिल सकी. सोमवार को महिला का दामाद पहचान पत्रों के साथ सहरसा पहुंच अपनी खोयी सास को अपने साथ ले गया. उसने प्रभात खबर और यहां के जिला प्रशासन के कर्तव्य निर्वहन की सराहना करते धन्यवाद दिया. महिला का नाम लवंगी देवी है और वह आरा नगर निगम के वार्ड नंबर 23 की स्थायी निवासी है.
13 नवंबर से थी अनाथालय में
लवंगी देवी नवंबर महीने से ही भटक रही थी. भटकती हुई वह 13 नवंबर को समाहरणालय के पास स्थित आकांक्षा अनाथ आश्रम पहुंची. जहां अनाथालय के संचालक शिवेंद्र कुमार ने उसे भर पेट भोजन कराया और वहां रहने की जगह दी. साथ ही संचालक ने महिला के भटक कर पहुंचने की लिखित जानकारी महिला थानाध्यक्ष को दी. जहां से उन्हें उस महिला को अनाथालय में ही रखने का निर्देश दिया गया. चूंकि लवंगी देवी गूंगी है. इसलिए इसके इशारों को समझने का प्रयास किया जाता रहा. उसके इशारों से सिर्फ इतना समझा जा सका कि उसे एक पुत्र, एक पुत्री और दो पोते-पोती हैं. पहचान के लिए उसके पास सिर्फ उसके पुत्र चैता राम का हेल्थ स्मार्ट कार्ड था. जिससे उसका पता लगाना अनाथालय के लिए संभव नहीं था.
स्मार्ट कार्ड से चला बेटे के घर का पता
खबर प्रकाशित होने के बाद डीएम ने उसके हेल्थ स्मार्ट कार्ड को दिल्ली स्थित कार्ड जारी करने वाली एजेंसी को भेजवाया. जहां से उस कार्ड धारक के संबंध में इतनी जानकारी मिली कि चैता राम आरा नगर निगम के वार्ड नंबर 23 का निवासी है. उसके बाद संचालक ने बिहार डायरी से आरा थाना को फोन किया. लेकिन वहां कोई रिस्पांस नहीं मिला. फिर बीडीओ का नंबर लेकर कर वार्ड नंबर 23 के वार्ड पार्षद से बात की और उनसे उनके वार्ड की एक महिला के गुम होने की बात पूछी. कुछ देर बाद उन्होंने वार्ड से लंबे दिनों से गायब गूंगी महिला के बारे में जानकारी दी. संचालक ने उन्हें उस महिला के सहरसा में सुरक्षित होने की बात कही. वार्ड पार्षद सुबोध कुमार वर्मा ने लवंगी देवी के दामाद वंफल को महिला को वापस लाने सहरसा भेजा. सोमवार को लवंगी देवी के चुनाव पहचान पत्र व आधार कार्ड लेकर सहरसा पहुंचे वंफल ने बताया कि यह महिला उनकी सास है. इन्हें एक पुत्र चैता राम है, जो दिमागी रूप से बीमार है. एक पुत्री बसंती उनकी पत्नी थी. वह तकरीबन पांच वर्ष पूर्व ही मर चुकी है.
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