सहरसा : जिले के विभिन्न हाट बाजारों में दुकादारों द्वारा खुलेआम खोटे बाटों का उपयोग किया जा रहा है. इससे हर रोज ग्राहकों को चूना लग रहा है. ईंट व पत्थर के टुकड़ों का उपयोग बाट की जगह किया जा रहा है. माप तौल विभाग द्वारा कभी जांच नहीं किए जाने के चलते दुकानदारों की मनमानी चलती है. स्थिति इस कदर बदहाल हो गई है कि ग्राहक ऊंची कीमत पर सामान की खरीदारी के बाद भी ठगी के शिकार हो रहे हैं. कई बार कम वजन को लेकर खरीदार और दुकानदारों के बीच तीखी बहस भी होती है.
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पत्थर के बाटों से ग्राहकों को लग रहा चूना
सहरसा : जिले के विभिन्न हाट बाजारों में दुकादारों द्वारा खुलेआम खोटे बाटों का उपयोग किया जा रहा है. इससे हर रोज ग्राहकों को चूना लग रहा है. ईंट व पत्थर के टुकड़ों का उपयोग बाट की जगह किया जा रहा है. माप तौल विभाग द्वारा कभी जांच नहीं किए जाने के चलते दुकानदारों की […]
नहीं होती बाटों की जांच
जहां कई शहरों में सामान का वजन इलेक्ट्रानिक वेट मशीन से हो रहा है, वहीं जिले के अधिकांश फुटकर विक्रेता लोहे के बाट के बदले पत्थर के बाट इस्तेमाल कर रहे हैं. उपभोक्ताओं की मानें तो विभागीय अधिकारियों की निष्क्रियता से ऐसे फुटकर विक्रेताओं के हौसले आसमान छू रहे हैं. जिले के सिमरी बख्तियारपुर, पतरघट, सोनवर्षाराज, सौरबाजार, बरियाही, बिहरा, चंद्रायण, बलवाहाट आदि स्थानों पर माप-तौल अधिनियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है.
जांच की खानापूर्ति
दुकानदारों के बाट सत्यापन के नाम पर विभाग खानापूर्ति की कार्रवाई में लगा है. इसका लाभ उठाकर न सिर्फ खुदरा दुकानदार बल्कि आटा-चावल मिलों में भी उपभोक्ताओं को खुलेआम लूटा जा रहा है. अधिकतर मिलों में 10 किलो से लेकर 40 किलो तक के पत्थर के बाट उपयोग में लाए जाते हैं. और उसी के अनुसार ग्राहकों से कुटाई व पिसाई की कीमत वसूली जाती है. ग्रामीण इलाके में ग्राहकों का शोषण लगातार किया जा रहा है. उपभोक्ताओं की मानें तो वर्तमान परिस्थिति में जिले का माप-तौल विभाग सफेद हाथी बनकर रह गया है.
रांगा निकाल लोहे के बाट का करते हैं उपयोग
लोहे के बाट भी नहीं हैं सही
स्थानीय शंकर चौक स्थित सब्जी मंडी में दर्जनों सब्जी व फल ठेला दुकानदारों द्वारा सही वजन से कम तौला जा रहा है. कई उपभोक्ताओं ने बताया कि कुछ दुकानदार तराजू पर डांड़ी चढ़ाकर तो कुछ पत्थर के बाटों से ग्राहकों की जेब ढिली करने में लगे हैं. जिनके पास लोहे के बाट हैं, वे भी उन्हें अमानक कर दिए हैं. लोहे के बाटों के अंदर सही वजन के लिए भरे गए रांगा को निकाल दिया गया है. जिससे एक किलो सामान लेने पर उसका सही वजन 800 ग्राम ही हो रहा है. थाना चौक, मछली बाजार, रेलवे ढ़ाला सहित अन्य बाजारों में सब्जी विक्रेताओं व ठेला वालों द्वारा धड़ल्ले से इन बाटों का प्रयोग किया जाता है. जबकि कई दुकानों पर लोहे के बाटों से उसका रांगा निकालकर दुकानदार ग्राहकों को चूना लगा रहे हैं.
कहते हैं पदाधिकारी
माप तौल पदाधिकारी सुबोध कुमार ने कहा कि डीएम को जांच अभियान चलाने के लिए पुलिस मुहैया कराने का आवेदन दिया गया है. जिसके बाद मछली बाजार व सब्जी बाजार में सघन जांच अभियान चलाया जायेगा.
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