सहरसा : रंगीन वोटर आइडी कार्ड सहित मतदाता सूची से संबंधित अन्य कार्यों के लिए जिला मुख्यालय में बना कॉमन सर्विस सेंटर कार्यालय अपनी मनमर्जी के अनुसार ही खुलता ओर बंद होता है. इस कार्यालय के खुलने का कोई भी टाइम टेबल नहीं है. यही नहीं महीने के तीस दिन में लगभग पंद्रह दिन ही खुलता है.
विकास भवन के लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम कार्यालय की उपरी मंजिल पर स्थित कॉमन सर्विस सेंटर की इस कारगुजारी के कारण जिले भर से प्रतिदिन आनेवाले लोगों को कार्यालय बंद रहने पर बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है. जब कार्यालय खुला रहता है तब लोगों से रंगीन वोटर आइडी कार्ड बनाने के नाम पर शुल्क तो ले लिया जाता है. लेकिन जब निर्धारित समय पर कार्ड लेने ऑफिस पहुंचते हैं तो उस समय कार्यालय बंद देख लोगों को वापस हो जाना पड़ता है.
इस बात को लेकर कई बार लोगों ने इस परेशानी की शिकायत की है. लोगों का कहना था कि एक वोटर आइडी कार्ड बनाने के लिए न जाने कितनी बार चक्कर लगाना पड़ता है. संयोग से ही कार्यालय खुले रहने पर लोगों का काम हो पाता है. मालूम हो कि तत्कालीन डीएम शशिभूषण कुमार के कार्यकाल के दौरान मतदाताओं की आम सुविधा को देखते हुए निर्वाचन विभाग के आदेश पर जिला मुख्यालय के विकास भवन परिसर में कॉमन सर्विस सेंटर कार्यालय का शुभारंभ किया गया. जहां मतदाता सूची से संबंधित त्रुटि को सही करवाने व रंगीन वोटर आइडी कार्ड देने का काम निर्धारित शुल्क पर सालों भर जारी रहे. कुछ महीनों तक काम सुचारु किये जाने के बाद सबंधित एजेंसी द्वारा कार्य में इन दिनों शिथिलता बरते जाने से आम लोगों को परेशानी शुरू होने लगी है. इस बाबत निर्वाचन विभाग भी एजेंसी की कोई खोज खबर नहीं लेती है. जिसके कारण जब चाहा सेंटर खुलता है और बंद हो जाता है.