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सदर अस्पताल में सहायक निजी क्लीनिक में हैं डॉक्टर
सहरसा सिटी : सदर अस्पताल में नेत्र सहायक के पद पर पदस्थापित जी शंकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंक अपने नाम के आगे डॉक्टर लगा मरीजों का खुलेआम इलाज कर रहे हैं. इसका खुलासा कोढ़ा कटिहार निवासी विपिन बिहारी द्वारा सिविल सर्जन को दिये आवेदन के बाद हुआ. दिये आवेदन […]
सहरसा सिटी : सदर अस्पताल में नेत्र सहायक के पद पर पदस्थापित जी शंकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंक अपने नाम के आगे डॉक्टर लगा मरीजों का खुलेआम इलाज कर रहे हैं. इसका खुलासा कोढ़ा कटिहार निवासी विपिन बिहारी द्वारा सिविल सर्जन को दिये आवेदन के बाद हुआ.
दिये आवेदन में उन्होंने कहा कि शहर के मीरा सिनेमा रोड में आई केयर क्लीनिक में अपनी आंखों का इलाज करवाया. इलाज के बाद आंखों में परेशानी और भी बढ़ गयी. जब इलाज के बाद परेशानी बढ़ने की शिकायत तथाकथित डॉक्टर से की तो उल्टे भगा दिया और कहा कि यहां ऐसा ही इलाज होता है.
तुम्हें जहां जाना है जाओ. पीड़ित ने सीएस से जी शंकर के डिग्री की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की सदर अस्पताल में है सहायक अपने आपको नेत्र चिकित्सक कहनेवाले जी शंकर सदर अस्पताल में सहायक के पद पर पदस्थापित हैं और इसी शहर में निजी क्लीनिक चला अपने नाम के आगे डॉक्टर लगा मरीजों का इलाज करते हैं.
लोगों को जानकारी नहीं होने के कारण इसका बखूबी फायदा उठा मरीजों के सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. प्रमंडलीय मुख्यालय होने के बावजूद सरकारी कर्मी द्वारा लोगों के साथ कर रहे खिलवाड़ की बात सामने आने पर सनसनी फैल गयी है.
पूर्व में दी गयी थी चेतावनी
बीते वर्ष के नवंबर माह में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ भोलानाथ झा ने कई क्लीनिकों की जांच करवायी थी. इसमें कई क्लीनिक संचालक को फरजी बताते हुए क्लीनिक बंद करने का निर्देश दिया गया था. वहीं जी शंकर को नाम के आगे डॉक्टर नहीं लगाने का सख्त निर्देश दिया था. बावजूद उस पर कोई असर नहीं हुआ.
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