सहरसा सिटी . बच्चों को पोलियो के तीसरी खुराक के साथ डबल सुरक्षा के लिये दी जाने वाली इंजेक्शन आइपीवी का उद्घाटन शुक्रवार को सदर अस्पताल में जिला पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल करेंगे. मौके पर सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहेंगे.
नियमित टीकाकरण के अंतर्गत इनएक्टिवेटेड पोलियो वायरस वैक्सीन बच्चों को शरीर क ी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ साथ उसे पोलियो वायरस से लड़ने की शक्ति प्रदान करेगा. आइपीवी इंजेक्शन के बाद भी बच्चो को पोलियो की खुराक दी जाएगी. यह चौदह सप्ताह से उपर व एक वर्ष के अंदर के बच्चों को दांये जांघ के मध्य मांसपेशी के अंदर दिया जाएगा.
क्या है आइपीवी: आइपीवी एक इंजेक्शन है. जो तीनों तरह के पोलियो वायरस से लड़ने के लिये विकसित किया गया है. यह नियमित टीकाकरण के दौरान एक ही बार दी जाएगी. इस वैक्सीन का प्रयोग 1955 से ही बहुत देशो में किया जा रहा है. वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इसका कोई साइड इफेक्ट या दुष्प्रभाव नही है. इंजेक्शन के स्थान पर त्वचा थोड़ी लाल हो जाती है, जो एक-दो दिनों में सामान्य भी हो जाती है. पड़ोसी देश में पोलियो मौजूद होने के कारण भारत पोलियो मुक्त होने के बाद भी आइपीवी की शुरुआत कर विश्व को पोलियोमुक्त बनाने की दिशा मेें महत्वपूर्ण कदम उठाया है. हालांकि यह कई देशों में राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत सहित अन्य 126 देशों में भी यह राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा है.
आइपीवी के साथ ओपीवी आवश्यक : बच्चों को दोगुणी सुरक्षा प्रदान करने के लिए आइपीवी के साथ ओपीवी का दो बूंद खुराक आवश्यक है. नियमित टीकाकरण के अंतर्गत आइपीवी का एक टीका और ओपीवी की बूस्टर खुराक डेढ़ साल पर दी जायेगी. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि जब तक पूरा विश्व पोलियोमुक्त नहीं होगा, आईपीवी के साथ ओपीवी की दो बूंद खुराक बच्चों को समय-समय पर दी जायेगी.
कर्मियों को किया गया है प्रशिक्षित : सरकार के निर्देश के बाद जिला स्तर पर पीएचसी प्रभारी व अन्य टीकाकर्मियों को प्रशिक्षित कर दिया गया है. बीएमसी प्रसून कुमार ने बताया कि आइपीवी की शुरुआत को लेकर स्वास्थ्य कर्मी, एएनएम, आंगनबाड़ी व आशा को विभिन्न चरणों में प्रशिक्षण दिया जा चुका है ताकि पोलियो खुराक की तरह आइपीवी भी पूरे जिला में पूरी तरह सफल हो सके.