साफ हो रहा है घाट, लोगों को मिली राहत डीएम की फटकार का नगर परिषद पर दिख रहा असरजाल चला, अब चूना भी डाला जा रहा है पानी में
सहरसा : मुख्यालयदेर से ही सही, लेकिन छठ को लेकर प्रशासन की सजगता दिखने लगी है. घाटों के साफ -सफाई के काम में गति आती दिख रही है. रविवार को मत्स्य विभाग के सतपोखरा के पक्के घाट से कचरों को निकाला जाता देख व्रती परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली है.
डीएम के निर्देश पर शनिवार को मत्स्य विभाग के पक्का घाट पर लगभग आठ मजदूरों को लगा पानी में उगे जंगली पौधों को कटवाया गया. फिर जाल चला सारे कचरों को बाहर निकाल फें कवाया गया. रविवार को तकरीबन चार घंटे तक करीब आठ मछुआरे इस काम में लगे रहे.
सफाई में लगे राजेश सहनी, अजित कुमार, कुंदन सहनी, नंदन कुमार, संतोष कुमार, संजय सहनी, मन्नी कुमार व रमेश सहनी ने बताया कि उन्हें इस पक्का घाट के अलावे छोटे घाटों को भी साफ करने की जिम्मेवारी मिली है.
इसके अलावे नगर परिषद के दर्जनों कर्मचारी घाट से निकले कचरों को गाड़ी पर लाद उसे घाट से दूर करते रहे. घाट की सफाई होता देख श्रद्धालुओं को राहत मिलती दिखी. नया बाजार के नीरज कुमार, पिंटू ठाकुर, न्यू कॉलोनी के दीपक कुमार, अंकित राजा, अमित सिंह, धीरज सिंह, राजेश रजक, मनु सोनी, समर सोनी, गांधी पथ के विष्णु साह सहित अन्य ने कहा कि लगता है कि घाट साफ करने के लिए अब बहुत अधिक मेहनत नहीं करनी होगी.
मिट्टी के घाट पर पानी का इंतजारइधर सतपोखरा के अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं को अब भी जिला प्रशासन द्वारा पानी दिए जाने का इंतजार है. रविवार को अधिकतर व्रती परिवार के युवकों ने घाट पहुंच सीढ़ियां बनायी. लेकिन वे अंत तक इस पसोपेश में बने रहे कि उनके घाट में पानी दिया जायेगा या नहीं. क्योंकि तालाब में पानी नहीं के बराबर है.
यदि थोड़ा-बहुत है भी तो वह कीचड़ की तरह काला-काला दिख रहा है. वहां मौजूद मत्स्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि त्योहार के लिए चूना मंगाया गया है. सभी पोखरों में पानी डाले जाने के बाद उसे साफ करने के लिए पर्याप्त मात्रा में चूना डाला जायेगा. अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन छठ व्रतियों को किसी तरह से परेशान नहीं होने देगा. फोटो- छठ 1 व 2- नाव से जलीय पौधों को काटता मजदूरफोटो- छठ 3- मिट्टी के घाटों को सजाते श्रद्धालु फोटो- छठ 4- एमएलटी कॉलेज घाट पर सीढ़ियां बनाते लोग