निरंजन/ सिमरी : बख्तियारपुर सोमवार की सुबह 11 बजे पाकिस्तान एयरलाइंस की फ्लाइट भारत की राजधानी दिल्ली की सरजमीन पर जैसी ही उतरी और गीता हाथ हिलाते एयरपोर्ट से बाहर आयी तो यहां हीरा के गांव कबीराधाप में जश्न मनाया जाने लगा. एक साथ होली व दीवाली मनायी जाने लगी. गीता की एक झलक पाते ही गांव के लोग एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाने लगे. जगह-जगह पटाखे जलाने लगे और एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाने लगे.
हालांकि गीता के भारत आने की तिथि पहले से मालूम होने के कारण गांव के लोगों ने एक दिन पहले से पूरी तैयारी कर रखी थी. एक बड़े एलइडी टेलीविजन की व्यवस्था की थी. अबाधित बिजली आपूर्ति के लिए बैटरी सहित पांच जेनेरेटर की व्यवस्था की थी. गांव में ही लगभग सवा क्विंटल मिठाइयां तैयार करायी गयी थी. सोमवार की सुबह लगभग नौ बजे टेलीविजन को डिश टीवी के सहारे जोड़ पेड़ पर चढ़ा ऑन कर दिया गया था. लोगों ने समय से पहले अपना स्थान ग्रहण कर लिया था.
टेलीविजन पर जैसे ही दिल्ली के पत्रकारों ने गीता को दिखाने के बाद हीरा के पिता जनार्दन महतो, मां शांति देवी, भाई विनोद कुमार, बलराम कुमार से बात कराते देखा तो गांव वालों का विश्वास जमता गया. वे खुशी से उन्मत होने लगे. पहले से तैयारी के अनुसार आतिशबाजी करने लगे. मिठाइयां बांटने लगे और खुशी से ढ़ोल-मजीरा बजाते एक -दूसरे को अबीर-गुलाल लगाने लगे. टीवी देख रहे सभी ग्रामीण साढ़े तीन बजे तक नजरें गड़ाये रहे जब तक देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रेसवार्ता नहीं किया. जैसे ही मंत्री ने कहा कि गीता ने अपने परिवार को पहचानने से इनकार कर दिया है.
ग्रामीणों का उत्साह धरती पर आ गिरा. वे मायूस हो गए. अब गांव वलों को डीएनए टेस्ट व उसके रिपोर्ट का इंतजार है.गीता 1 व 3- गीता के भारत आगमन पर रंग-गुलाल ड़ाते व ढोल बजाते लोग गीता 2 व 5- कबीराधाप में टीवी पर गीता की लाइव खबर देखते ग्रामीण गीता 4- टीवी देखने के लिए गांव में लगाया गया पांच जेनेरेटर सेट पाक व फाउंडेशन का शुक्रिया,
बेटी की तरह पालाआयुष/ सिमरी बख्तियारपुरईदी फाउंडेशन की विल्किस ईदी व पाकिस्तानी राजनयिक के साथ सकुशल भारत पहुंचने पर यहां बेटी होने का दावा करने वाले परिवार आर गांव वालों ने सबसे पहले पाकिस्तान को धन्यवाद दिया. ग्रामीणों ने कहा कि राजनीतिक रूप से दोनों देशों के बीच जो भी कड़वाहट हो,
लेकिन सामाजिक रूप से भारत व पाक के बीच बराबरी का ममत्व दिखता है. 11 वर्ष पूर्व भारत से भटक कर पाकिस्तान पहुंची गीता का चेहरा पहले से अधिक खिला हुआ था. वह अभावग्रस्त होते हुए भी अभावग्रस्त नहीं बल्कि किसी बॉलीवुड स्टार की तरह दिख रही थी. ग्रामीणों ने कहा कि गीता ने भले ही कबीराधाप के दावेदार जनार्दन महतो और उस परिवार को पहचानने से इनकार कर दिया हो. लेकिन उसने दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने का पहल कर दिया है.
भारत के जिस प्रांत की भी बेटी है. भारत की बेटी की तरह पली-बढ़ी है. सामाजिक दायित्व पूरा करने के लिए पाक को हीरा के गांव वालों ने अनंत बधाइयां दी है.