सहरसा नगर: ट्रिन..ट्रिन उपभोक्ता व्यस्त अछि..अहांक कॉल प्रतीक्षा में अछि.. कुछ इस प्रकार की उद्घोषणा मिथिलांचल के संपूर्ण क्षेत्र में पीएनटी व मोबाइल फोन में सुनाई दनी शुरू हो गयी है. ज्ञात हो कि इस बाबत जुलाई 2011 में स्थानीय भाजपा विधायक डॉ आलोक रंजन ने यूपीए सरकार के तत्कालीन संचार मंत्री कपिल सिब्बल से मिलकर मैथिली भाषा में रिंग टोन सहित उद्घोषणा की मांग की थी. जिसके बाद से लगातार विधायक द्वारा मैथिली आइवीआर की मांग को लेकर प्रयास किया जा रहा था.
मोदी ने दिया मैथिली को सम्मान : आलोक
विधायक डॉ रंजन ने कहा कि विधानसभा में निर्वाचित होने के बाद उन्होंने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान मैथिली को बीएसएनएल में वैकल्पिक भाषा में रखने की मांग की थी. विधायक ने बताया कि तत्कालीन सरकार ने उनकी मांग को ठंडे बस्ते में डाल दिया था.
लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने मैथिली को सम्मान देते आइवीआर को बीएसएनएल के सभी मैथिली जोन में लागू कर दिया. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मैथिली को संविधान की अष्टम सूची में शामिल कर सम्मानित किया था. वहीं प्रधानमंत्री ने मैथिल भावना का आदर करते पुरानी मांग को लागू कर दिया.