प्रदर्शनकारियों को परिसदन के मुख्य द्वार पर सदर एसडीओ जहांगीर आलम द्वारा रोके जाने के बाद दो लोगों के शिष्टमंडल ने शरद यादव से मिल अपनी पांच सूत्री मूलभूत मांगों को पूरा किये जाने के लिए सरकार पर दबाव बनाने का आग्रह किया. जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा गृह रक्षकों के शिष्टमंडल से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. जल्द ही उनकी मांगों को पूरा किया जायेगा. इसके लिए सांसद ने भी स्वयं अपनी ओर से गृह रक्षकों को आश्वस्त करते हुए सरकार से वार्ता करने का आश्वासन दिया. इस मौके पर संघ के दयानंद प्रसाद यादव, बनारसी कुमार, अभिरमण कुमार, मो तौहिद, रामवतार यादव, दिनेश कुमार सहित दर्जनों गृह रक्षक मौजूद थे.
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गृह रक्षकों ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
सहरसा सदर: पिछले कई दिनों से राज्य के गृह रक्षकों द्वारा अपनी पांच सूत्री मूलभूत सुविधाओं की मांगों को लेकर चले आ रहे धरना प्रदर्शन के बाद सोमवार को जवानों ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के सहरसा आगमन पर परिसदन के मुख्य द्वार पर पहुंच मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. बिहार गृह […]
सहरसा सदर: पिछले कई दिनों से राज्य के गृह रक्षकों द्वारा अपनी पांच सूत्री मूलभूत सुविधाओं की मांगों को लेकर चले आ रहे धरना प्रदर्शन के बाद सोमवार को जवानों ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के सहरसा आगमन पर परिसदन के मुख्य द्वार पर पहुंच मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. बिहार गृह रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ के शाखा अध्यक्ष जागेश्वर प्रसाद यादव व सचिव शिव प्रसाद यादव के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी गृह रक्षकों ने जुलूस की शक्ल में परिसदन द्वार पर पहुंच अपनी मांग को लेकर शरद के पास अपनी आवाज को पहुंचाने का काम किया.
रोजगार सेवक भी मिले मंत्री से . ग्रामीण विकास विभाग द्वारा विभिन्न पंचायतों में सेवारत पंचायत रोजगार सेवक द्वारा समान काम के समान वेतनमान व स्थायीकरण की मांग को लेकर चले आ रहे आंदोलन को लेकर सोमवार को संसदीय सह ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार से मिल अपनी मांगों को पूरा करने को कहा. पंचायत रोजगार सेवक संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में सहरसा, सुपौल व मधेपुरा जिले के रोजगार सेवकों ने अपनी मांगों को लेकर मंत्री को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में आठ वर्षो से मनरेगा में कुशल कार्य के कारण मंत्री से सभी रोजगार सेवक को पंचायत सेवक के पद पर समायोजित कर उन्हें वेतनमान देने की गुहार लगायी. संघ द्वारा कहा गया कि सरकार भी कई बार उनकी कार्यकुशलता के कारण उन्हें सम्मानित कर चुकी है. इन आठ वर्षो के कार्यकाल के बाद कार्यरत रोजगार सेवकों की उम्र सीमा अब किसी प्रतियोगिता परीक्षा के लायक नहीं के बराबर है. इसलिए मंत्री से समायोजन को लेकर अपने भविष्य को सुरक्षित करने की मंत्री से आग्रह किया.
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